
युवाओं को रोजगार में सहायता के लिए प्रदेश के विश्वविद्यालयें में दर्जनों मॉडर्न कोर्स शुरू किए गए। लेकिन इन कोर्स से भी युवाओं का मोह भंग हो रहा है। संगीत, भौतिकी तो दूर व्यक्तित्व विकास, आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस (एआइ), वेब एंड ग्राफिक्स डिजाइन और बी-वॉक रिन्यूएबल एनर्जी जैसे कोर्स में भी दाखिला नहीं लेना चाह रहे स्टूडेंट्स।
आलम यह है कि कई विवि में चल रहे ऐसे कोर्स में 5 से भी कम विद्यार्थी हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि विवि में असिस्टेंट प्रोफेसरों की कमी और प्लेसमेंट न होने से विद्यार्थी प्रवेश नहीं ले रहे हैं। आंकड़े बताते हैं, 17 विवि में असिस्टेंट प्रोफेसरों के 1946 स्वीकृत पद हैं, पर 316 पर ही तैनाती है। गुरु की कमी से कई कोर्स में पढ़ाई ही नहीं हो पा रही है। खास यह है कि 5 नए विवि रानी अवंती बाई लोधी में 140, राजा शंकर शाह में 175, छत्रसाल बुंदेलखंड में 140, टंट्या भील में 140, तात्या टोपे विवि में 140 असिस्टेंट प्रोफसरों के पद स्वीकृत हैं, पर यहां नियुक्ति बाकी है।
कॉलेजों में भी शिक्षकों की भारी कमी
विश्वविद्यालय ही नहीं, इनसे संबद्ध कॉलेजों में भी प्रोफेसर और सहायक प्रोफेसरों की संख्या बेहद कम है। उच्च शिक्षा विभाग के आंकड़े बताते हैं कि सहायक प्रोफेसरों के 11 हजार पद खाली हैं। हालांकि 27 फरवरी से एमपी-पीएससी ने 2117 पदों पर सहायक प्रोफेसरों की भर्ती की प्रक्रिया शुरू की है। इसके लिए बुधवार दोपहर तक आवेदन लिए गए। जानकारों की मानें तो इस भर्ती के बाद कॉलेजों को कुछ प्रोफेसर तो मिलेंगे, लेकिन सभी कोर्स की जरूरतें नहीं पूरी हो सकेंगी।
पीजी डिप्लोमा सीट प्रवेश
डिप्लोमा इन वेब एंड ग्राफिक्स डिजाइन, पीजी डिप्लोमा इन एआइ एंड मशीन लर्निंग, पीजी डिप्लोमा इन बिग डाटा एनालिटिक्स, पीजी डिप्लोमा इन आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस एंड मशीन लर्निंग, बी-वॉक रिन्यूएबल एनर्जी, पीजी डिप्लोमा इन रूरल डेवलपमेंट, पीजी डिप्लोमा इन ईको टूरिज्म।
पं. शंभूनाथ विश्वविद्यालय… न कोई सीखना चाहता है कंटेंट राइटिंग
पीजी – डिप्लोमा – सीट – प्रवेश
1.इंग्लिश-कंटेंट राइटिंग – 60 – 01
2.एआइ एंड मशीन लर्निंग – 60 – 02
3.बायोइन्फॉर्मेटिक – 60 – 00
4.साइबर सिक्योरिटी 60 – 02
यूनिवर्सिटी स्वीकृत पद भरे खाली
यूनिवर्सिटी – स्वीकृत पद – भरे गए – खाली
बरकतउल्ला- 105 – 37 – 68
भोज ओपन – 54 – 04 – 50
अटल बिहारी वाजपेयी हिंदी यूनिवर्सिटी- 27 – 13 – 14
जीवाजी ग्वालियर – 104 – 25 – 79
देवी अहिल्या, इंदौर – 154 – 86 – 68
एपीएस, रीवा 72 – 30 – 42
रानी दुर्गावती जबलपुर – 160 – 30 – 130
विक्रम, उज्जैन – 161 – 49 – 112
महात्मा गांधी 119 51 68 ग्रामोदय, चित्रकूट
पं. एसएन शुक्ल, शहडोल – 121 – 24 – 97
पाणिनी, उज्जैन – 30 – 08 – 22
डॉ. आंबेडकर, महू – 107 – 07 – 100
More Stories
High-Paid Medical Course: दसवीं के बाद किन मेडिकल कोर्स में होती है बंपर कमाई
सुकून के साथ कॅरियर की उड़ान भरे मानवअधिकारों में
सैनिक स्कूल में नौकरी तलाश रहे युवाओं के लिए सुनहरा मौका, 50000 मिलेगी सैलरी