लखनऊ
लोकसभा चुनाव 2024 के लिए पहले चरण का मतदान 19 अप्रैल दिन शुक्रवार को होने वाला है। पहले चरण वेस्ट यूपी की आठ सीटों (सहारनपुर, कैराना, मुजफ्फरनगर, बिजनौर, नगीना, मुरादाबाद, रामपुर और पीलीभीत) पर मतदान होना है। इस बीच मौसम विभाग ने पश्चिमी और पूर्वी दोनों इलाकों में बारिश, गरज के साथ बौछारें पड़ने और कहीं-कहीं 30 से 4 0 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवाएं चलने का यलो अलर्ट जारी किया है। इसके साथ ही बादल गरजने के साथ बज्रपात की आशंका जताते हुए लोगों को सचेत रहने को कहा गया है। मौसम विभाग की इस चेतावनी के बाद चुनाव वाले इलाकों में कई नेताओं के माथे पर चिंता की लकीरें दिख रही हैं। उन्हें डर सता रहा है कि मौसम बिगड़ने के चलते कहीं वोटरों ने घर से निकलकर बूथों पर डटने का उत्साह नहीं दिखाया तो कहीं इसका नुकसान उन्हें न उठाना पड़े।
2014 के लोकसभा चुनाव में वेस्ट यूपी की आठ सीटों पर भाजपा की जीत हुई थी। उस चुनाव में यूपी में भाजपा ने कुल 71 सीटें जीती थीं। लेकिन, 2019 के लोकसभा चुनावों में वेस्ट यूपी के इस इलाके में बीजेपी इनमें से सिर्फ तीन सीटें जीत पाई। उस चुनाव में सपा, बसपा और राष्ट्रीय लोकदल के गठबंधन ने इस इलाके की ज्यादातर सीटें जीत ली थीं। इसका असर उत्तर प्रदेश में बीजेपी की कुल सीटों पर पड़ा। 2019 के चुनाव मे पार्टी सूबे में 62 सीटें जीत पाई थी। इस बार बीजेपी ने पश्चिमी यूपी की इन आठ सीटों को जीतने के लिए पूरी ताकत झोंकी है तो इंडिया गठबंधन के तहत समाजवादी पार्टी और कांग्रेस ने भी कोई कसर नहीं छोड़ी है। पिछली दफा से इस बार राजनीतिक हालात भी बदले हुए हैं। इस बार राष्ट्रीय लोकदल सपा का साथ छोड़ भाजपा के साथ है। इस नए गठबंधन को पश्चिमी यूपी में बड़े इम्तिहान से गुजरना है। उधर, समाजवादी पार्टी और कांग्रेस के लिए पश्चिमी यूपी की राह आसान नहीं है। पीडीए के भरोसे लड़ाई जीतने की बात कर रहे अखिलेश यादव और समाजवादी पार्टी को उम्मीद है कि इस बार जाट वोटरों का भी एक तबका एनडीए में शामिल रालोद की बजाए इंडिया गठबंधन के पक्ष में मतदान कर सकता है। हालांकि जयंत चौधरी और रालोद को पूरा यकीन है कि उनका वोट बैंक उन्हीं के साथ रहेगा।
मौसम की चिंता
ऐसे में मौसम बिगड़ने की आशंका ने उम्मीदवारों और उनके समर्थकों के साथ-साथ राजनीतिक दलों के रणनीतिकारों को भी चिंता में डाल दिया है। आंधी, बारिश, ओलावृष्टि और आकाशीय बिजली के बीच किसके वोटर बूथों पर डटकर अपना वोट डालेंगे किसके वोटर घर पर ही रह जाएंगे कहा नहीं जा सकता। लिहाजा, हर कोई अपने उन कार्यकर्ताओं में जोश भर रहा है तो जमीनी स्तर पर वोटर को निकालने का काम संभालते हैं। कार्यकर्ता अभी से 'पहले मतदान फिर जलपान' के नारे के साथ वोटरों को सहेजने लगे हैं। सबकी कोशिश है कि सुबह-सबेरे ही ज्यादा से ज्यादा वोट पड़ जाएं ताकि दिन में मौसम खराब भी हो तो बेचैनी का सबब न बनने पाए।
इन जिलों में बारिश का अलर्ट
मौसम विभाग ने 19 अप्रैल को वेस्ट यूपी के आगरा, मथुरा, अलीगढ़, बिजनौर, गौतमबुद्ध नगर, बागपत, गाजियाबाद, फिरोजाबाद, मेरठ, कांशीरामनगर, मुरादाबाद, सहारनपुर, एटा, महामाया नगर, मुजफ्फरनगर और ज्योतिबाफुले नगर में बारिश होने की संभावना जताई है।
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