राहुल गांधी पर आरोप लगते हुए कहा- कोई भी समझदार व्यक्ति ऐसी कांग्रेस को ठोकर मार देगा : राजनाथ

नई दिल्ली
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी पर अपनी ही दादी पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी और पिता राजीव गांधी की सरकारों को 'पिछड़ा-विरोधी' करार देने का आरोप लगाते हुए बृहस्पतिवार को कहा कि कोई भी समझदार व्यक्ति ऐसी कांग्रेस को ठोकर मार देगा। रक्षा मंत्री ने कुशीनगर में आयोजित एक चुनावी रैली में इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इंक्लूसिव अलायंस (इंडिया) के घटक दलों- कांग्रेस और समाजवादी पार्टी (सपा) पर निशाना साधा। उन्होंने कांग्रेस नेता राहुल गांधी के उस बयान का हवाला दिया जिसमें उन्होंने कहा था, ‘‘हमारे परिवार में कई प्रधानमंत्री रहे- पिता के नाना (जवाहर लाल नेहरू), दादी (इंदिरा गांधी) और पिताजी (राजीव गांधी), इसलिए मैंने ‘सिस्टम' को बहुत नजदीक से देखा है।''

रक्षा मंत्री ने कहा कि ऐसा कहकर उन्होंने बहुत कुछ स्वीकार कर लिया है। सिंह ने कहा, ''राहुल गांधी (खुद) कहते हैं कि तब का ‘सिस्टम' पिछड़ा-विरोधी और गरीब-विरोधी था। यानी (राहुल) अपने ही परदादा, दादी और पिताजी की सरकार को कह रहे हैं कि उस समय का ‘सिस्टम' पिछड़ा और गरीब विरोधी था। ये बातें खुद राहुल गांधी कर रहे हैं, यानी वह स्वीकार कर रहे हैं कि उनकी सरकार दलित, गरीब और पिछड़े वर्ग की विरोधी थी। बताइए क्या ऐसा नेता आपने कहीं देखा है? अजीबोगरीब नेता हैं।'' सिंह ने बगल में बैठे पूर्व केंद्रीय मंत्री और कांग्रेस छोड़कर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) में शामिल हुए आरपीएन सिंह से मुखातिब होते हुए कहा, ''कोई समझदार व्यक्ति होगा तो ऐसी कांग्रेस को ठोकर मार देगा।''

रक्षा मंत्री ने दावा किया, ‘‘हम हिंदू-मुसलमान की राजनीति नहीं करते। हम सबको भारत का नागरिक मानते हैं। चाहे हिंदू हो, मुसलमान हो, ईसाई हो… हम कभी भेदभाव नहीं करते और न ही हमारे प्रधानमंत्री कभी ऐसा करते हैं। हमारी पार्टी के विचारधारा भी ऐसी नहीं है। विपक्ष हमारे बारे में गलतफहमी पैदा करता है।'' उन्होंने कहा, ''हम धर्म के आधार पर आरक्षण नहीं होने देंगे। मुस्लिम समाज में भी जो लोग गरीब हैं उनके लिए तो आरक्षण की व्यवस्था पहले से ही चली आ रही है। आप (विपक्ष) कहते हैं कि धर्म के आधार पर आरक्षण देंगे। यह पूरी तरह से असंवैधानिक है। सपा और कांग्रेस के लोग सिर्फ सरकार बनाने की चिंता करते हैं… देश बनाने की नहीं।''

सिंह ने 'एक देश, एक चुनाव' की आवश्यकता पर जोर देते हुए कहा कि भाजपा और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का मानना है कि बार-बार चुनाव होना उचित नहीं है और पूरे देश में लोकसभा और विधानसभाओं के चुनाव एक साथ होने चाहिए। उन्होंने आश्वासन दिया कि इस बार सत्ता में आने के बाद राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) सरकार की पूरी कोशिश होगी कि देश में ‘एक देश, एक चुनाव' की व्यवस्था लागू हो। रक्षा मंत्री ने कहा कि 2027 तक भारत, अमेरिका और चीन के बाद दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन जाएगा। उन्होंने कहा कि इतना ही नहीं अगर भाजपा की सरकार ऐसे ही चलती रही तो देश 2047 तक विकसित बनने के बाद 2070 तक दुनिया का सबसे धनवान मुल्क बन जाएगा। सिंह ने सपा और कांग्रेस पर झूठ बोलकर जनता का समर्थन हासिल करने की कोशिश का आरोप लगाया और दावा किया कि भाजपा हिंदुस्तान की एक ऐसी राजनीतिक पार्टी है जो जनता की आंखों में धूल झोंककर राजनीति करने के बजाय जनता की आंखों में आंख डालकर राजनीति करती है।

उन्होंने यह भी कहा, ‘‘मैं तो अपने प्रेस के दोस्तों से भी कहता हूं कि अगर हमारी कोई बात गलत हो तो अपने अखबारों में लिख देना। हमारी गलती होगी तो मैं स्वीकार कर लूंगा, क्योंकि जनता को गुमराह करके और उसे धोखा देकर मैं कभी भी समर्थन हासिल नहीं करना चाहूंगा। हो सकता है हमारे यहां कोई व्यक्ति या कार्यकर्ता जो कहे वह न हो, लेकिन पार्टी सोच समझकर जो फैसला करेगी, जो बोलेगी, वह होकर रहेगा।'' सिंह ने कहा कि पाकिस्तान के सांसद फजलउर्रहमान ने अपने यहां संसद में कहा कि भारत तो विश्व की महाशक्ति बन रहा है, लेकिन पाकिस्तान खुद को बर्बादियों से बचने के लिए हाथ फैलाकर भीख मांग रहा है। उन्होंने कहा कि भारत की यह ताकत यहां के कांग्रेस और सपा के लोगों के समझ में नहीं आ रही है तथा वे मोदी जी का विरोध कर रहे हैं।

उन्होंने कहा कि पहले पाकिस्तानी आतंकवादी बड़ी-बड़ी घटनाओं को अंजाम देकर सकुशल वापस चले जाते थे, लेकिन आज यदि केवल कश्मीर की केवल इक्का-दुक्का घटनाओं को छोड़ दिया जाए, तो हिंदुस्तान के किसी और राज्य में कोई आतंकवादी वारदात नहीं होती। उन्होंने कहा, ‘‘हमारा पड़ोसी पाकिस्तान भी समझ गया है कि भारत अब पहले वाला भारत नहीं रहा। भारत के अंदर वह ताकत है कि यह अपनी सीमा में भी आतंकवादियों को मार सकता है और जरूरत पड़ी तो सीमा के उस पार जाकर भी मार सकता है। सिंह ने एक बार फिर दावा किया के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने रूस और यूक्रेन युद्ध को साढ़े चार घंटे के लिए रुकवा कर लगभग 22 हजार भारतीय छात्रों की सकुशल वापसी करवाई थी।