
जैसलमेर
सीमावर्ती जिले जैसलमेर में इन दिनों प्रचंड गर्मी और भीषण उमस ने आमजन का जीना दूभर कर दिया है। पिछले कई दिनों से तापमान लगातार 39 डिग्री सेल्सियस से ऊपर बना हुआ है और इसके साथ ही उमस ने हालात और भी खराब कर दिए हैं। दिन चढ़ने के साथ ही शहर में गर्म हवाएं और चिपचिपी गर्मी का ऐसा असर देखने को मिल रहा है कि पंखे और कूलर तक बेअसर साबित हो रहे हैं। दोपहर के समय शहर की सड़कें सूनी नजर आ रही हैं, लोग जरूरी काम होने पर ही घरों से बाहर निकल रहे हैं।
वातावरण में उमस और तपन का ऐसा मेल बना हुआ है कि घरों के भीतर भी रहना मुश्किल होता जा रहा है। लगातार गर्म रातों ने लोगों की नींद तक छीन ली है। बिजली की खपत में भी काफी बढ़ोतरी देखने को मिल रही है, जिससे आमजन की परेशानियां और बढ़ गई हैं।
मानसून का इंतजार बना चिंता का कारण
हालांकि प्रदेश के कई जिलों में मानसून सक्रिय हो चुका है और अच्छी बारिश दर्ज की गई है, लेकिन जैसलमेर अब भी सूखा ही नजर आ रहा है। मौसम विभाग ने 15 से 17 जुलाई तक के लिए बारिश का येलो अलर्ट जारी किया था और 16-17 जुलाई को भारी बारिश की चेतावनी भी दी गई थी, लेकिन आसमान ने रुख नहीं बदला। हल्के बादलों की आवाजाही जरूर दिखी, लेकिन बारिश की एक भी बूँद नहीं गिरी।
किसानों की बढ़ी चिंता, वैज्ञानिक ने जताई उम्मीद
बारिश नहीं होने से आमजन के साथ-साथ किसान भी चिंतित हैं। किसानों का कहना है कि अगर समय पर बरसात नहीं हुई तो खरीफ की फसलों पर असर पड़ेगा। इस बीच कृषि मौसम विज्ञान केंद्र के वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ. अतुल गालव ने उम्मीद जताई है कि आने वाले एक-दो दिनों में मानसून जिले में सक्रिय हो सकता है। उन्होंने बताया कि कुछ क्षेत्रों में हल्की से मध्यम बारिश की संभावना बनी हुई है। हालांकि यह राहत अस्थायी हो सकती है क्योंकि इसके बाद मौसम फिर से साफ रहने की आशंका है।
गर्मी और उमस ने तोड़े रिकॉर्ड, जनजीवन अस्त-व्यस्त
जैसलमेर में हर साल जून-जुलाई में गर्मी का कहर आम बात होती है, लेकिन इस बार उमस ने हालात रिकॉर्ड स्तर तक पहुंचा दिए हैं। दिन के साथ-साथ रात में भी तापमान में गिरावट नहीं आ रही है, जिससे लोग पूरी तरह से परेशान हो गए हैं। दुकानों पर ग्राहकों की संख्या कम हो गई है और सार्वजनिक स्थानों पर भी सन्नाटा छाया हुआ है। अब पूरा शहर आसमान की ओर निहार रहा है और राहत की बारिश का इंतजार कर रहा है। फिलहाल शहरवासी तेज धूप और भीषण उमस के दोहरे प्रकोप से जूझ रहे हैं। हर किसी को बस इस बात की उम्मीद है कि जल्द ही मानसून की मेहरबानी होगी और जैसलमेर को गर्मी से राहत मिलेगी।
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