वाशिंगटन
कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो इन दिनों चर्चा में हैं. खालिस्तानी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या को लेकर भारत पर आरोप लगाने के बाद से वह विवादों में हैं. इस बीच टेस्ला के सीईओ और अरबपति एलन मस्क ने ट्रूडो को लेकर बड़ा बयान दिया है.
एलन मस्क ने जस्टिन ट्रूडो के राजनीतिक करिअर को लेकर बड़ा कटाक्ष किया है. उन्होंने कहा है कि कनाडा में अगले साल होने जा रहे चुनाव में उनकी विदाई तय है. सोशल मीडिया वेबसाइट एक्स पर एक शख्स ने मस्क से मदद मांगते हुए कहा था कि वह ट्रूडो से पीछा छुड़ाने में उनकी मदद करें.
दरअसल जर्मनी की समाजवादी सरकार के गिरने के बाद इस शख्स ने कनाडा का ट्रूडो से पीछा छुड़ाने के लिए मस्क से गुहार लगाई थी, जिस पर मस्क ने यह कटाक्ष किया.
बता दें कि कनाडा में अगले साल चुनाव होने जा रहे हैं. फिलहाल अल्पमत की सरकार चला रहे ट्रूडो पर लगातार दबाव बढ़ रहा है. ऐसे में माना जा रहा है कि अगले चुनावों में उनका जाना तय है.
लेकिन डोनाल्ड ट्रंप के करीबी एलन मस्क की इस तरह की टिप्पणी कई मायनों में अहम भी माना जा रही है. इससे ट्रंप की राष्ट्रपत पद संभालने के बाद उनकी भावी योजनाओं और एजेंडे के संकेत मिल रहे हैं.
ट्रूडो ने पिछले साल संसद में पहली बार लगाए थे भारत पर आरोप
पिछले साल संसद में बोलते हुए जस्टिन ट्रूडो ने खालिस्तानी आतंकी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या का इल्जाम भारत पर लगाया था. इसके बाद भारत और कनाडा के बीच राजनयिक तनाव बढ़ गया था. तब से ही भारत और कनाडा के बीच रिश्ते उतार-चढ़ाव भरे रहे हैं. भारत ने भी ट्रूडो और उनकी पार्टी पर खालिस्तानियों को लुभाने के लिए वोट बैंक की राजनीति करने का आरोप लगाया था.
इसी साल जनवरी में कनाडा के पूर्व राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जोडी थॉमस ने कहा था कि भारत निज्जर की हत्या की जांच में कनाडा के साथ सहयोग कर रहा है.
पिछले साल हुई थी निज्जर की हत्या
पिछले साल जून में कनाडा के सरे में एक गुरुद्वारे के बाहर गोली मारकर निज्जर की हत्या कर दी गई थी. निज्जर खालिस्तानी आतंकी था. खालिस्तान टाइगर फोर्स का चीफ था. वह बीते कई सालों से कनाडा में रह रहा था और वहां से भारत के खिलाफ खालिस्तानी आतंकवाद को हवा दे रहा था.
खुफिया सूत्रों के मुताबिक, निज्जर भारतीय जांच एजेंसियों के लिए पिछले एक साल में इसलिए और भी ज्यादा बड़ा सिरदर्द बन गया था क्योंकि उसने लॉरेंस बिश्नोई गैंग के गुर्गों को विदेशों में लॉजिस्टिक और पैसा मुहैया करवाना शुरू कर दिया था.
ट्रूडो जब 2018 में भारत दौरे पर आए थे. उस समय उन्हें पंजाब के तत्कालीन मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने खालिस्तानी आतंकियों की एक सूची सौंपी थी, जिसमें निज्जर का भी नाम शामिल था. केंद्रीय गृहमंत्रालय ने 2020 में निज्जर को आतंकी घोषित कर दिया था. 2010 में पटियाला के एक मंदिर के बाहर हुए बम विस्फोट में उसके खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई थी. उस पर हिंसा भड़काने, आतंकी गतिविधियों को बढ़ावा देने सहित कई मामलों में पुलिस को तलाश थी.
भारत ने हरदीप सिंह निज्जर को डेजिग्नेटिड टेरेरिस्ट यानी आतंकवादी घोषित किया था. NIA ने उस पर 10 लाख का इनाम भी घोषित कर रखा था.
More Stories
तीसरा विश्व युद्ध मैदान पर नहीं साइबर युद्ध के रूप में लड़ा जाएगा : अथोस सैलोम
अमेरिका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप शपथ लेते ही अवैध प्रवासियों पर सख्त एक्शन लेने की तैयारी में
सीरिया में नवंबर से अब तक 11 लाख लोग हुए हैं विस्थापितः UN