इजरायल को खुश करने पाकिस्‍तान ने शिया संगठन को तंकी घोषित किया

इस्‍लामाबाद
 इजरायल के चल रहे तनाव के बीच ईरान के राष्‍ट्रपत‍ि इब्राहिम रईसी आज पाकिस्‍तान पहुंच रहे हैं। ईरान इसे पाकिस्‍तान से मिल रहे समर्थन के रूप में पेश कर रहा है। इस बीच शहबाज शरीफ सरकार ने शिया संगठन जैनेबियोन ब्रिगेड को आतंकी घोषित कर दिया है। कई व‍िश्‍लेषकों का कहना है कि जैनेबियोन ब्रिगेड को कथित रूप से ईरान सरकार का समर्थन हासिल है। जैनेबियोन ब्रिगेड के सदस्‍य पाकिस्‍तान में लगातार हमले कर रहे थे और माना जा रहा है कि इसी वजह से पाकिस्‍तान ने उन्‍हें आतंकी संगठन घोषित किया है। इस बीच इजरायली मीडिया ने व‍िश्‍लेषकों के हवाले से कहा है कि जैनेबियोन ब्रिगेड के सदस्‍य इजरायल और अमेरिका के लिए भी बड़ा खतरा बन गए हैं और ईरान के 'एक्सिस ऑफ रेजिस्‍टेंस' के सदस्‍य हैं।

पाकिस्‍तान के गृह मंत्रालय ने 11 अप्रैल को एक पब्लिक नोट‍िफ‍िकेशन जारी किया है और कहा कि जैनेबियोन ब्रिगेड ऐसी गत‍िव‍िध‍ियों में शाम‍िल रहे हैं जो देश की शांत‍ि और सुरक्षा के लिए खतरा हैं। जैनेबियोन ब्रिगेड पर आतंकवाद न‍िरोधक कानून के तहत यह बैन लगाया गया है। जनवरी 2019 में अमेरिका के ट्रेजरी डिपार्टमेंट ने जैनेबियोन ब्रिगेड को व‍ित्‍तीय रूप से ब्‍लैकलिस्‍ट कर दिया था। अमेरिका ने कहा था कि यह जैनेबियोन ब्रिगेड ईरान के इस्‍लामिक रिवोल्‍यूशनरी गार्ड कोर (IRGC) को 'मटीरियल सपोर्ट' मुहैया कराता है। इसमें मुख्‍य रूप से पाकिस्‍तान के शिया मुस्लिम शामिल हैं।

ईरान के इशारे पर काम करता है जैनेबियोन ब्रिगेड!

जैनेबियोन ब्रिगेड ईरान-पाकिस्‍तान की सीमा पर सक्रिय होने के अलावा सीरिया में बड़े पैमाने पर सक्रिय है। जैनेबियोन ब्रिगेड सीरिया के राष्‍ट्रपत‍ि बशर अल असद की सरकार को समर्थन मुहैया कराते हैं। ये लोग आईएसआईएस के खिलाफ हमले करते रहते हैं। ईरानी न्‍यूज वेबसाइट ईरान इंटरनेशनल की रिपोर्ट के मुताबिक जैनेबियोन ब्रिगेड का गठन IRGC ने सीरिया में गृहयुद्ध शुरू होने के बाद किया था। इसमें बड़े पैमाने पर पाकिस्‍तानी शिया मुस्लिमों को शामिल किया गया। बशर अल असद को ईरान और रूस का खुलकर समर्थन हासिल है।

दरअसल, जैनेबियोन ब्रिगेड का गठन सीरिया के अंदर मौजूद शिया स्‍थलों की सुरक्षा करना है। जैनेबियोन शब्‍द को सैय्यदा जैनब से लिया गया है जो पैगंबर की पोती थीं। शिया मुस्लिम उनका बहुत ही ज्‍यादा सम्‍मान करते हैं। माना जाता है कि इसमें 5 हजार सदस्‍य हैं। सीरिया में आईएसआई का खतरा अब कम हो गया है। पाकिस्‍तान को डर सता रहा है कि ये शिया आतंकी वापस आएंगे तो सुरक्षा के लिए खतरा होगा। पाक‍िस्‍तानी व‍िश्‍लेषकों का कहना है कि जैनेबियोन ब्रिगेड ईरान के एक्सिस ऑफ रेजिस्‍टेंस का हिस्‍सा हैं। ये अपने इजरायल व‍िरोधी रुख के लिए जाने जाते हैं जो ईरान के रवैये से मेल खाता है। ईरान और इजरायल के बीच बढ़ रहे तनाव के बीच जैनेबियोन ब्रिगेड इजरायल और उसके सहयोगी अमेरिका के लिए बड़ा खतरा साबित हो सकता है। ऐसे में पाकिस्‍तान का ईरान समर्थक संगठन पर प्रत‍िबंध लगाना इजरायल और अमेरिका के लिए अच्‍छी खबर है।