साल 2027 में होने वाला खगोलीय घटनाक्रम ज्योतिष और आम लोगों दोनों के लिए खास महत्व रखता है। एक विशाल सूर्य ग्रहण के तुरंत बाद, वर्ष का अंतिम चंद्र ग्रहण लगेगा। ज्योतिषीय गणनाओं के अनुसार, यह चंद्र ग्रहण विशेष रूप से मकर और कुंभ राशि के जातकों के जीवन पर गहरा असर डाल सकता है। यह ग्रहण मकर और कुंभ राशि वालों के लिए कुछ चुनौतियां और महत्वपूर्ण बदलाव लेकर आ सकता है, जिसके कारण उन्हें स्वास्थ्य, वित्त और व्यक्तिगत संबंधों के मामलों में अतिरिक्त सावधानी बरतने की सलाह दी गई है।
चंद्र ग्रहण 2027 कब है
महा सूर्य ग्रहण के बाद चंद्र ग्रहण 17 अगस्त 2027 को लगेगा। ग्रहण की शुरुआत सुबह 10 बजकर 54 मिनट पर होगी और समापन दोपहर 2 बजकर 33 मिनट पर होगा। भारत में ये ग्रहण नहीं दिखाई देगा।
कहां दिखाई देगा 2027 का चंद्र ग्रहण?
यह चंद्र ग्रहण मुख्य रूप से उत्तरी और दक्षिणी अमेरिका, पूर्वी ऑस्ट्रेलिया, पश्चिमी अफ्रीका, मध्य प्रशांत महासागर, अटलांटिक महासागर, अंटार्कटिका और हिंद महासागर के कुछ हिस्सों में देखा जा सकेगा।
मकर और कुंभ राशि पर विशेष प्रभाव
यह ग्रहण मकर और कुंभ राशि के जातकों पर सबसे अधिक असर डालेगा। ग्रहण के शुरुआत में चंद्रमा मकर राशि में रहेगा, लेकिन दोपहर 1 बजे के बाद यह कुंभ राशि में गोचर कर जाएगा। ज्योतिष के अनुसार, इस कारण मकर और कुंभ राशि वालों को विशेष रूप से सतर्क रहने की आवश्यकता होगी।

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