जालौर
जिले में गर्मी का प्रकोप लगातार बढ़ता जा रहा है। रविवार को इस सीजन की अब तक की सबसे भीषण गर्मी दर्ज की गई। सुबह से ही तेज धूप और उमस ने जनजीवन को अस्त-व्यस्त कर दिया। मौसम विभाग के अनुसार जिले का अधिकतम तापमान 44.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो इस वर्ष का अब तक का सर्वाधिक तापमान रहा। वहीं न्यूनतम तापमान 31.3 डिग्री सेल्सियस रहा, जो राजस्थान की तीसरी सबसे गर्म रात रही। इससे पहले बारां में 31.8 और जैसलमेर में 31.5 डिग्री सेल्सियस की गर्म रात रिकॉर्ड की गई थी।
रविवार को सुबह से ही शहर और जिले के अन्य क्षेत्रों में चिलचिलाती धूप के कारण आमजन बेहाल नजर आए। आसमान पूरी तरह साफ रहा और हवा न चलने से उमस और भी अधिक बढ़ गई। दोपहर 1 से 3 बजे के बीच सड़कों पर सन्नाटा पसरा रहा और जगह-जगह मृग-मरीचिका जैसे दृश्य नजर आए, मानो सड़क पर पानी बह रहा हो। बाहर निकलने वाले लोग गर्मी से बचने के उपाय करते दिखाई दिए।
कई क्षेत्रों में कूलर और एसी तक बेअसर हो गए। विशेषकर पहाड़ी इलाकों में रहने वाले लोगों को ज्यादा परेशानी का सामना करना पड़ा। स्वर्णगिरी पहाड़ी के आसपास दो किलोमीटर के दायरे में दिन के साथ-साथ रात भी भट्टी जैसी गर्म रही। दिनभर सूर्य की तपिश झेलने के बाद रात को भी पहाड़ों से गर्म हवा निकलती रही, जिससे तापमान में गिरावट नहीं आ सकी और लोग रात में भी बेचैनी महसूस करते रहे।
मौसम विभाग के अनुसार आगामी दो दिनों 26 और 27 मई को भी भीषण गर्मी और हीटवेव का असर बना रहेगा। इन दिनों में अधिकतम तापमान 45 डिग्री सेल्सियस तक पहुंचने की संभावना है। हालांकि 27 मई की शाम के बाद मौसम में परिवर्तन की उम्मीद जताई गई है। बीकानेर और जोधपुर संभाग के कुछ हिस्सों में तेज आंधी, गरज-चमक और वज्रपात के साथ बारिश हो सकती है। जालौर जिले के कुछ क्षेत्रों में भी हल्की बारिश होने की संभावना है। 28 और 29 मई को तापमान में हल्की गिरावट आ सकती है और मौसम थोड़ा सामान्य हो सकता है, जिससे लोगों को कुछ राहत मिलने की संभावना है।
प्रशासन और मौसम विभाग ने नागरिकों से अपील की है कि अत्यधिक गर्मी के मद्देनजर दोपहर के समय घर से बाहर निकलने से बचें। विशेषज्ञों ने लोगों को ज्यादा से ज्यादा पानी पीने, हल्का और सुपाच्य भोजन करने तथा खुले में काम करते समय छाया, टोपी और सनग्लासेस का प्रयोग करने की सलाह दी है।

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