
इंदौर
मेघालय में इंदौर के नवविवाहित जोड़े राजा रघुवंशी की हत्या के बाद उनकी पत्नी सोनम अब तक लापता हैं. इस मामले में रघुवंशी समुदाय और परिवार ने अब सीबीआई जांच की मांग को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखा है. मृतक राजा के भाई विपिन रघुवंशी ने इस मांग को और मुखर करते हुए कहा कि स्थानीय पुलिस की जांच पर उन्हें भरोसा नहीं है.
राजा और सोनम बीती 11 मई को शादी के बंधन में बंधे थे, 20 मई को हनीमून के लिए मेघालय गए थे. 22 मई को वे शिलांग के पास मावलखियाट गांव पहुंचे और नोंग्रीट गांव के शिपारा होम स्टे में रुके. 23 मई को सुबह होम स्टे से चेकआउट करने के बाद दोनों लापता हो गए. उनकी किराए की स्कूटी 24 मई को सोहरिम में लावारिस हालत में मिली. 2 जून को वेईसावडॉन्ग झरने के पास एक गहरी खाई में राजा का शव मिला, जिसकी पहचान उनके दाहिने हाथ पर 'राजा' टैटू से हुई. मेघालय पुलिस ने हत्या का मामला दर्ज किया और एक विशेष जांच दल (SIT) का गठन किया, लेकिन सोनम का अब तक कोई सुराग नहीं मिला.
विपिन रघुवंशी ने मीडिया से कहा, ''हम CBI जांच की मांग कर रहे हैं. राजा का शव स्कूटी मिलने की जगह से 25 किलोमीटर दूर पाया गया. हमें शक है कि उनका अपहरण कर हत्या की गई. सोनम का अपहरण हुआ हो सकता है. स्थानीय पुलिस शुरुआती 8 दिनों तक गंभीर नहीं थी.''
परिवार ने आरोप लगाया कि राजा की सोने की चेन, हीरे की अंगूठी, कंगन और पर्स गायब हैं, जिससे लूट और हत्या की आशंका गहरा रही है.
रघुवंशी समुदाय ने PM मोदी को लिखे पत्र में इस मामले को गंभीरता से लेने और सीबीआई से जांच करवाने की अपील की है. विपिन ने कहा, ''हमारी बहू सोनम को हर हाल में जिंदा ढूंढा जाए. हम चाहते हैं कि इस हत्याकांड की सच्चाई सामने आए.'' परिवार ने यह भी आशंका जताई कि स्थानीय गैंग और स्कूटर किराए पर देने वाले व्यक्ति की इसमें भूमिका हो सकती है.
मेघालय के मुख्यमंत्री कॉनराड संगमा ने इस घटना को अभूतपूर्व बताते हुए न्याय का आश्वासन दिया है. ईस्ट खासी हिल्स के एसपी विवेक सियेम ने कहा, ''यह स्पष्ट हत्या का मामला है. हमने हत्या में प्रयुक्त 'दाओ' (धारदार हथियार) और राजा का मोबाइल बरामद किया है. सोनम की तलाश के लिए एनडीआरएफ, एसडीआरएफ और स्थानीय स्वयंसेवकों की मदद से 150 वर्ग किमी क्षेत्र में सर्च ऑपरेशन चल रहा है.'' हालांकि, भारी बारिश और दुर्गम इलाका खोज को मुश्किल बना रहा है.
इस बीच, इंदौर में राजा के अंतिम संस्कार के दौरान उनके घर के बाहर लगे पोस्टर, जिनमें लिखा था, ''राजा की आत्मा कह रही है- मैं मरा नहीं, मुझे मारा गया. सीबीआई जांच हो,'' अब सभी की निगाहें पीएम मोदी के जवाब और सीबीआई जांच की संभावना पर टिकी हैं.
सोनम के भाई ने क्या कहा?
सोनम के बड़े भाई गोविंद रघुवंशी ने कहा कि "मुझे लगता है कि इस मामले में सीबीआई जांच की जरूरत है, जैसा कि राजा रघुवंशी के परिवार ने मांग की है. सोनम और राजा के फोन में लापता होने से पहले नोंग्रियाट का टावर लोकेशन दिखाया गया था, लेकिन राजा का आखिरी इंस्टाग्राम पोस्ट वेइसाडोंग से था, जो मेघालय के प्रसिद्ध टूरिस्ट प्लेस चेरापूंजी या सोहरा के पास है. सोनम ने आखिरी बार 23 मई की दोपहर को अपनी सास से बात की थी. उसी दिन दंपत्ति लापता हो गए थे."
गोविंद रघुवंशी ने कहा कि "इतने दिन हो गए हैं और सर्चिंग में जुटी टीम को कोई सुराग नहीं मिला है. रेस्क्यू टीम को अभी तक उसका फोन या बैग नहीं मिला है. इसलिए, यह अपहरण का मामला है, हम पुलिस और बचाव दल से अपील करते हैं कि वे उम्मीद न छोड़ें और उसे जीवित खोजने के लिए अपना तरीका बदलें. जिस जगह राजा का शव मिला था, उससे लगभग 200 मीटर नीचे टनों कचरा था. अगर यह जगह सुनसान है, तो कचरा कौन डाल रहा है? यह स्थानीय लोग ही होंगे. कौन जानेगा कि उस कचरे के ढेर में एक शव फेंका गया था."
सबसे पहले जानिए कैसे हुए हनीमून मिस्ट्री की शुरुआत?
इंदौर में ट्रांसपोर्ट का व्यवसाय करने वाले राजा रघुवंशी की शादी 11 मई को सोनम के साथ धूमधाम से हुई। शादी के करीब आठ दिन बाद 20 मई को दोनों हनीमून के लिए रवाना हो गए। कपल इंदौर से गुवाहाटी पहुंचा और कामाख्या माता के दर्शन किए। एक दो दिन घूमने के बाद राजा और सोनम 23 मई को मेघालय के शिलांग के लिए रवाना हुए। इस बीच राजा और सोनम की परिजनों से बात होती रही। लेकिन, बाद में उनसे बात नहीं हो सकी। 24 मई को दोनों के मोबाइल नंबर बंद हो गए। काफी इंतजार और प्रयास के बाद भी दोनों से परिवार वालों का संपर्क नहीं हो सका। इसके बाद इंदौर से सोनम के भाई गोविंद और राजा के भाई विपिन शिलांग पहुंचे और पुलिस के साथ मिलकर दोनों की तलाश शुरू की।
लगातार प्रयास, पर नहीं मिली सफलता
24-25 मई के बाद से शिलांग पुलिस समेत प्रशासन की अन्य टीमें राजा और सोनम की जुटे रहे, लेकिन सफलता नहीं मिली। पहाड़ी, चट्टान और जंगली इलाका होने के कारण सर्चिंग टीम को भी परेशानी का सामना करना पड़ा। कई बार खराब मौसम भी सर्च अभियान में बाध बना। स्थानीय पुलिस ने होम स्टे में मिले कपल के बैग खोलकर तलाशी ली, लेकिन उसमें मोबाइल फोन और आभूषण नहीं मिले। खोजी कुत्तों को दोनो के कपड़े सुंघाकर तलाश करने की कोशिश की गई, लेकिन कुत्ते जहां तक गए, वहां भी दोनों नहीं मिले। काफी प्रयास के बाद भी दोनों के बारे में कोई जानकारी नहीं मिली तो परिजनों ने उनकी जानकारी देने वालों को पांच लाख का इनाम देने की घोषणा की। इधर, पुलिस लगातार दोनों के बारे में जानकारी जुटा रही थी। राजा और सोनम के गाइड से पूछताछ की जा रही थी। इस दौरान पता चला कि वे शिलांग से पचास किलोमीटर दूर डबलडेकर रूट पर घूमने के लिए गए थे। दोनों ने एक स्कूटी भी रेंट पर ली थी। स्कूटी संचालक और आसपास के लोगों से भी पूछताछ की गई। पुलिस को जांच में पता चला कि दोनों एक हजार सीढ़ियां उतरकर खाई वाले हिस्से में घूमने गए थे। उसके बाद से वे लापता हो गए, जबकि उनकी स्कूटी लावारिस हालत में मिली। पुलिस दोनों को उनके रूट पर लगातार तलाश रही थी।
राजा का शव मिला, की गई थी बेरहमी से हत्या
दो जून को ड्रोन कैमरे से इंदौरी कपल की तलाश कर रही खोजी टीम को शिलांग के डबलडेकर रूट पर वेइसाडोंग की 150 फीट गहरी खाई में राजा का शव मिला। शव के पास दवा और एक सफेद रंग की टीशर्ट मिली है। कई दिन पुराना शव होने के कारण पहचान मुश्किल थी। राजा के भाई विपिन ने शव की पहचान की। उसके हाथ पर नाम भी गुदा हुआ था। शव पर चोट के कई निशान थे। पुलिस ने पहचान के बाद शव पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। अगले दिन आई पीएम रिपोर्ट में राजा की बेरहमी से हत्या की बात सामने आई। शिलांग एसपी विवेक सिम के अनुसार, राजा के शरीर पर धारदार हथियार से वार के कई निशान मिले थे। खाई में लाश फेंकने के कारण उसके शरीर की हड्डियां भी टूट गई थीं। पुलिस ने राजा की हत्या में इस्तेमाल हथियार भी जब्त किया है। जिस हथियार से उसकी हत्या की गई थी, वह पेड़ काटने के लिए इस्तेमाल किया जाता है। हत्या की पुष्टि होने के बाद पुलिस ने अज्ञात आरोपियों पर हत्या का केस दर्ज किया। सबसे हैरानी की बात यह है कि जिस जगह राजा का शव मिला वह जगह, जहां स्कूटर मिला उससे 25 किमी दूर है। ऐसे में यह भी सवाल है कि आखिर शव या राजा वहां कैसे पहुंचा?
राजा का अंतिम संस्कार, सोनम अब भी लापता
बुधवार को राजा के भाई विपिन उसका शव लेकर इंदौर पहुंचे। कुछ देर बाद उसके अंतिम संस्कार की तैयारी शुरू हुई। परिजनों ने मामले की सीबीआई जांच की मांग की और अपने घर पर एक पोस्टर लगाया। जिस पर लिखा था- मैं मरा नहीं, मारा गया हूं…। राजा की अंतिम यात्रा में सैकड़ों लोग शामिल हुए। इस दौरान लोगों ने इंसाफ चाहिए और सीबीआई की जांच चाहिए, जैसे नारे लगाकर न्याय की मांग की। उधर, शिलांग में पुलिस सोनम की तलाश कर रही है। सोनम के भाई गोविंद खोजी के साथ जुड़े हुए हैं। सोहरा सिविल सब-डिवीजन के एसडीपीओ बाह पिनहुन सिएम के नेतृत्व में पुलिस टीम ने एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, एसआरटी, एफईएस, और एसआईटी के साथ सर्चिंग की। टीम ने ड्रोन और डॉग का भी सहारा लिया। बुधवार को राजा रघुवंशी की हत्या कर जहां लाश फेंकी गई। उससे कुछ दूरी पर लाल और काले रंग की जैकेट मिली है। पुलिस ने उसे फॉरेंसिक जांच के लिए भेज दिया है, ताकि यह पता लगाया जा सके कि क्या वह सोनम की है।
मामले में कैसे हुई बांग्लादेश की एंट्री?
राजा के भाई विपिन रघुवंशी ने कहा- ऐसा लग रहा कि पहले राजा के साथ लूटपाट की गई और फिर उसकी हत्या कर दी गई। उन्होंने कहा कि जिस जगह यह सब हुआ है, वहां पहले भी ऐसी घटनाएं हो चुकी हैं। उन्होंने आशंका जताते हुए कहा कि भाई की हत्या के बाद उसकी पत्नी सोनम को कुछ लोग बांग्लादेश उठाकर ले जा सकते हैं। वहां, इससे पहले भी कई कपल लापता हुए हैं। ऐसे में अब इसे लेकर भी सवाल खड़े हो रहे हैं।
पूरे घटनाक्रम की बड़ी बातें क्या?
इंदौर से शिलांग जाने का प्लान बनाकर नहीं निकले थे, गुवाहाटी में शिलांग जाना तय हुआ।
23 मई को शिलांग पहुंचे, उसी दिन दोपहर में दोनों के मोबाइल बंद हो गए, जबकि उनके पास तीन फोन थे।
राजा ने रेंट पर जो स्कूटी ली वह लावारिस हालत में मिली और चाबी लगी हुई थी। लेकिन, राजा का पर्स, मोबाइल फोन, चेन नहीं मिली है।
खराब कॉफी को लेकर राजा और सोनम की एक दुकानदार से बहस हुई थी। पुलिस ने उससे भी पूछताछ की, लेकिन कोई खास जानकारी हाथ नहीं लगी।
इस मिस्ट्री में अब तक यह सवाल अनसुलझे?
ऐसा क्या हुआ कि गुवाहटी से राजा और सोनम ने शिलांग जाने का प्लान बना लिया?
23 मई को ही दोनों शिलांग पुहंचे और दोपहर में ही उनके तीन मोबाइल फोन बंद हो गए, ऐसा अचानक क्यों हुआ?
आखिर राजा की बेरहमी से हत्या क्यों की गई? अगर, लूट की इरादा था तो स्कूटी चाबी के साथ कैसे खड़ी रही?
राजा की हत्या और सोनम के लापता होने के मामले में कितने लोग शामिल हैं? एक या दो आरोपियों के लिए ऐसा करना आसान नहीं है।
पुलिस का कहना है कि जिस हथियार से राजा की हत्या हुई वह नया है। क्या वह शिलांग से ही खरीदा गया है?
पुलिस को राजा के शव के पास से एक सफेद दीशर्ट मिली है आखिर ये किसकी है?
एडी व्यू पॉइंट पर पुलिस को एक लाल और काले रंग की जैकेट भी मिली है। यह वही जगह हैं, जहां राजा और सोनम की स्कूटी रुकी थी। यह जगह वहां से कुछ ही दूरी पर है, जहां राजा का शव मिला था। ऐसे पुलिस यह पता लगा रही है कि स्कूटी यहां क्यों रुकी थी और जैकेट किसकी है।
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