यूपी के संभल जामा मस्जिद के दोबारा सर्वे पर बवाल, गाड़ी में लगाई आग, पथराव में SP के PRO घायल

संभल.
यूपी के संभल में ऐतिहासिक शाही जामा मस्जिद के हरिहर मंदिर होने का दावा किए जाने के बाद आज यहां दोबारा करीब दो घंटे तक सर्वे किया गया। सुबह-सुबह सर्वे टीम जामा मस्जिद पर पहुंची। मस्जिद के दोबारा सर्वे के बारे में पता चलते ही मस्जिद के पीछे बड़ी संख्‍या में मुस्लिम समाज के लोगों की भीड़ जुट गई। भीड़ ने जमकर हंगामा मचाया और फिर पथराव शुरू कर दिया। पत्‍थर लगने से एसपी के पीआरओ घायल हो गए।

भीड़ ने प्रशासन की एक गाड़ी को आग के हवाले कर दिया। मौके पर तैनात भारी पुलिस बल ने स्थिति को संभालने की कोशिश की। पुलिस ने हल्‍का बल प्रयोग कर स्थिति को काबू में कर लिया है। मौके पर आंसू गैस के गोले भी दागने पड़े। कई लोग हिरासत में लिए गए हैं। इसके पहले 19 नवम्‍बर को मस्जिद का सर्वे किया गया था। संभल जामा मस्जिद-हरिहर मंदिर विवाद मामले की अगली सुनवाई 29 नवम्‍बर को होनी है जिसमें प्रारंभिक सर्वे की रिपोर्ट पेश की जानी है।

मस्जिद के चारों ओर बैरियर लगाकर पुलिस ने पूरा इलाका सील कर दिया है। मस्जिद के पीछे अब भी भारी भीड़ जुटी है। मौके पर डीएम डा.राजेन्‍द्र पैंसिया, एसपी कृष्‍ण कुमार विश्‍नोई और एडीएम सहित जिले के सभी बड़े अफसर मौजूद हैं। अंदर कोर्ट कमिश्‍नर रमेश राधव की अगुवाई में सुबह साढ़े सात बजे से करीब दो घंटे तक सर्वे का काम चला। सर्वे के बाद टीम यहां से निकल गई है। उधर, पुलिस और प्रशासन के अधिकारी भीड़ को नियंत्रित करने की कोशिशों में जुटे हुए हैं। उधर जामा मस्जिद की सुरक्षा भी बढ़ा दी गई है।

हालात को देखते हुए शनिवार को ही मस्जिद परिसर के दोनों ओर चार-चार सीसीटीवी कैमरे लगाए गए थे। कोतवाली प्रभारी अनुज तोमर ने बताया कि सुरक्षा-व्यवस्था मजबूत करने के लिए यह कदम उठाया गया है। सभी कैमरों की रिकॉर्डिंग कोतवाली में स्थापित डीवीआर से जुड़ी हुई है। वहां से इन कैमरों की 24 घंटे मॉनिटरिंग की जाएगी। किसी भी अप्रिय घटना से बचने के लिए पुलिस पूरी तरह से सतर्क है। मस्जिद को लेकर हाल में किए गए दावे और सर्वे के बाद स्थानीय प्रशासन ने मस्जिद की सुरक्षा को प्राथमिकता देते हुए कदम उठाए हैं। यह सुनिश्चित किया गया है कि क्षेत्र में किसी तरह का तनाव न बढ़े और शांति व्यवस्था बनी रहे। इसके लिए पुलिस ने क्षेत्र में पेट्रोलिंग भी तेज कर दी है।

उधर, कैला देवी मंदिर के महंत ऋषि राज गिरी ने कहा है कि धार्मिक स्थलों की पवित्रता के साथ कोई खिलवाड़ बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। महंत ऋषि राज गिरी ने दावा किया कि वर्तमान जामा मस्जिद की जगह कभी हरिहर मंदिर हुआ करता था। इसे साबित करने के लिए उन्होंने सिविल कोर्ट में वाद दायर किया है। उनका कहना है कि उनके पास इस ऐतिहासिक तथ्य को प्रमाणित करने के लिए ठोस साक्ष्य और हजारों सनातनी गवाह हैं। महंत ने कहा यह केवल एक मंदिर नहीं, बल्कि हमारी संस्कृति और इतिहास का प्रतीक है। इस स्थल का सच सामने लाना हर सनातनी का कर्तव्य है।

सांसद जियाउर्रहमान बर्क ने जामा मस्जिद पर वाद दायर करने वाले याचिकाकर्ताओं को शरारती तत्व कहा था, जिस पर महंत ने पलटवार करते हुए कहा कि ऐसे बयान केवल धार्मिक भावनाओं को आहत करने के लिए दिए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि जो लोग भारत के इतिहास और भूगोल से अनजान हैं, वे धार्मिक स्थलों पर राजनीति करने का प्रयास कर रहे हैं। महंत ने न्यायालय से अपील की है कि जामा मस्जिद की ऐतिहासिकता की जांच पूरी होने तक वहां नमाज पढ़ने पर रोक लगाई जाए।

डीजीपी बोले-पथराव करने वालों की पहचान कर ऐक्‍शन लेगी पुलिस
संभल में पथराव की घटना पर डीजीपी यूपी प्रशांत कुमार ने एएनआई से कहा कि कोर्ट के आदेश पर संभल में सर्वे कराया जा रहा है। कुछ असामाजिक तत्वों ने पथराव किया है। पुलिस और वरिष्ठ अधिकारी मौके पर मौजूद हैं। स्थिति नियंत्रण में है। पुलिस, पथराव करने वालों की पहचान करेगी और उचित कानूनी कार्रवाई करेगी।