नई दिल्ली
टाटा ग्रुप की होल्डिंग कंपनी टाटा संस के चेयरमैन एमिरेटस रतन टाटा का निधन हो गया है। उन्होंने 86 साल की उम्र में मुंबई के ब्रीच कैंडी अस्पताल में अंतिम सांस ली। उनके निधन पर पूरे देश में शोक की लहर है। रतन टाटा 1991 से 2012 तक टाटा ग्रुप के चेयरमैन रहे। इस दौरान टाटा ग्रुप का प्रॉफिट 51 गुना बढ़ा जबकि उसके मार्केट कैप में 33 गुना तेजी आई। टाटा ग्रुप के चेयरमैन पद से हटने के बाद उन्होंने कई स्टार्टअप कंपनियों में निवेश किया था। हाल में उन्होंने ब्रोकरेज प्लेटफॉर्म अपस्टॉक्स में अपनी 0.06% हिस्सेदारी लगभग 20 लाख डॉलर (लगभग 18 करोड़ रुपये) में बेची थी। उन्हें कंपनी में अपने मूल निवेश पर 23,000% रिटर्न मिला।
टाटा ने आठ साल पहले अपस्टॉक्स में निवेश किया था। टाटा ने साल 2016 में कंपनी में 1.33% हिस्सेदारी खरीदी थी। इस शेयर बिक्री के बाद अपस्टॉक्स में टाटा की हिस्सेदारी 1.27% रह गई। अपस्टॉक्स में अब भी उनकी होल्डिंग्स का 95% हिस्सा बचा हुआ है। इस कंपनी के भविष्य में पब्लिक होने की योजना है। अपस्टॉक्स से पहले रतन टाटा ने आईपीओ रूट के माध्यम से बेबी केयर प्लेटफॉर्म फर्स्टक्राई के कुछ शेयर बेचे थे।
किस-किसमें था निवेश
कई दशक तक टाटा ग्रुप का नेतृत्व करने के बाद रतन टाटा ने कई स्टार्टअप कंपनियों में बतौर एंजेल इनवेस्टर निवेश किया। इनमें आईवियर ब्रांड Lenskart, बेबी प्रॉडक्ट्स ब्रांड Firstcry, सर्विसेज प्लेटफॉर्म Urban Company और बिजनस-टु-बिजनस मार्केटप्लेस Moglix शामिल हैं। पेटीएम, ओला और स्नैपडील में भी उनका निवेश रहा। टाटा ने करीब 50 स्टार्टअप कंपनियों में निवेश किया और इमें से ज्यादातर का प्रदर्शन काफी बेहतर रहा। FirstCry जैसी कंपनियों ने आईपीओ के दौरान शानदार रिटर्न दिया।

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