‘सेवा पखवाड़ा’ में राजस्थान ने कायम की मिसाल

जयपुर
प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी द्वारा 17 सितम्बर से शुभारम्भ किये गए सेवा पखवाड़ा के तहत प्रथम दिन आयोजित रक्तदान शिविरों में राजस्थान ने लक्ष्य से अधिक रक्त एकत्र कर मिसाल कायम की है। प्रदेश के विभिन्न जिलों में आयोजित रक्तदान शिविरों में 25 हजार यूनिट के लक्ष्य के विरुद्ध एक ही दिन में लोगों ने 27 हजार 629 यूनिट रक्तदान कर जीवन रक्षा की दिशा में अभूतपूर्व योगदान दिया है। सबसे अधिक बीकानेर संभाग में 6 हजार 539 रक्तदाताओं ने रक्तदान किया।मुख्यमंत्री श्री भजनलाल शर्मा की पहल एवं चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री श्री गजेन्द्र सिंह खींवसर के निर्देशन में चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग की ओर से सेवा पखवाड़ा के तहत सभी जिलों में स्वास्थ्य शिविरों के साथ-साथ रक्तदान शिविर भी आयोजित किए गए। इन स्वास्थ्य शिविरों में लाखों लोगों ने न केवल निःशुल्क जांच एवं उपचार सेवाओं का लाभ लिया, बल्कि रक्तदान शिविरों में बढ़चढ़ कर रक्तदान करते हुए सामाजिक सरोकारों को निभाया और अन्य लोगों के लिए प्रेरणा का स्रोत बने।

चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग की प्रमुख शासन सचिव श्रीमती गायत्री राठौड़ ने बताया कि प्राप्त आंकड़ों के अनुसार बीकानेर संभाग में 6 हजार 539, जयपुर संभाग में 6 हजार500, जोधपुर संभाग में 4 हजार 904,अजमेर संभाग में 3 हजार 225, उदयपुर संभाग में 3 हजार 148 , कोटा संभाग में 2 हजार 767 एवंभरतपुर में 546 लोगों सहित कुल 27 हजार629 रक्तदाताओं ने रक्तदान किया।

एनीमिया स्क्रीनिंग में भी राजस्थान अव्वल—
श्रीमती राठौड़ ने बताया कि 17 सितम्बर से ही संचालित स्वस्थ नारी, सशक्त परिवार अभियान के अंतर्गत आयोजित किए गए स्वास्थ्य शिविरों में जनसंख्या के अनुपात में एनीमिया स्क्रीनिंग में राजस्थानपहले स्थान पर रहा है। उन्होंने बताया कि प्रदेशभर में 17 सितम्बरको आयोजित हुए स्वास्थ्य शिविरों में 50 हजार 75 किशोर-किशोरियों सहित अन्य की एनीमिया स्क्रीनिंग की गयी। प्रदेश के लिए यहएक महत्वपूर्ण उपलब्धि है।

प्रमुख शासन सचिव ने बताया कि इस अभियान के अंतर्गत 2 अक्टूबर तक स्वास्थ्य शिविर आयोजित किए जाएंगे। इन शिविरों में महिलाओंएवं किशोरियों की ब्लड प्रेशर, डायबिटीज की जांच और कैंसर जैसी बीमारियों की शुरूआती पहचान, एनीमिया स्क्रीनिंग,टीबी, सिकल सेल की जांच, गर्भवती महिलाओं की नियमित जांच, बच्चों के लिएटीकाकरण की सुविधा प्रदान की जा रही है। इसके अलावा महिलाओं एवं किशोरियों के लिएमासिक धर्म स्वच्छता और पोषण से जुड़ी जानकारी व परामर्श एवं प्रधानमंत्री मातृवंदन योजना में विशेष पंजीकरण की सुविधा भी उपलब्ध करवाई जा रही है।