जयपुर
राजस्थान पुलिस द्वारा राज्य स्तर पर 18 वर्ष से कम उम्र के गुमशुदा नाबालिग बच्चों की तलाश के लिए 1 अप्रैल से 30 अप्रैल तक अभियान ‘ऑपरेशन खुशी-9’ चलाया जाएगा। अभियान में जहां पूर्ण लगन व मेहनत से काम करने वाले पुलिस कर्मियों को पुरस्कृत किया जाएगा। वहीं, उदासीनता व लापरवाही बरतने वाले पुलिसकर्मियों के विरुद्ध अनुशासनात्मक कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।
अतिरिक्त महानिदेशक पुलिस सिविल राइट्स एवं एएचटी मालिनी अग्रवाल ने बताया कि इस अभियान के लिए राज्य में थानावार टीमों का गठन किया जा रहा है। पहले भी राजस्थान पुलिस द्वारा गुमशुदा बच्चों को ढूंढने के लिए कई अभियान चलाए हैं। इस अभियान के माध्यम से भी जल्द से जल्द बच्चों को ढूंढ कर उनके परिवारों को सौंपने के लिए व्यापक कदम उठाए जाएंगे।
राजस्थान में गुमशुदा बच्चों के लम्बित प्रकरणों को दृष्टिगत रखते हुए गुमशुदा बच्चों के पैण्डिंग प्रकरणों में कमी लाने के उद्देश्य से पुलिस मुख्यालय स्तर पर राज्य के समस्त जिलों में दिनांक 1 अप्रेल 2025 से 30 अप्रेल 2025 तक विशेष अभियान ‘खुशी-9’ चलाया जाने का निर्णय लिया गया।
एडीजी मालिनी अग्रवाल ने बताया कि अभियान को सफल बनाने के लिए तथा अधिक से अधिक गुमशुदा बच्चों को दस्तयाब करने के लिए मेहनत व लगन से काम करने वाले पुलिस कर्मियों को पुरस्कृत किया जावेगा तथा उदासीनता व लापरवाही बरतने वाले पुलिस कर्मियों के विरूद्ध अनुशासनात्मक कार्यवाही अमल में लाई जायेगी।
अभियान में तकनीकी सहायता के लिए जिला स्तरीय साईबर सैल को जोड़ते हुए प्रत्येक जिले द्वारा इस अभियान की साप्ताहिक प्रगति रिपोर्ट पुलिस मुख्यालय में सिविल राईट्स एवं एएचटी शाखा की मिसिंग पर्सन सैल पर संकलित की जायेगी।

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