भोपाल
मध्यप्रदेश में पर्यटन विभाग, पर्यटन निगम एस्ट्रो टूरिज्म की शुरुआत करने जा रहा है। निगम की सभी प्रमुख इकाईयों में इसकी शुरुआत होगी। देश-विदेश से मध्यप्रदेश के पर्यटन स्थलों पर घूमने के लिए आने वाले पर्यटकों को अब पर्यटन स्थलों पर भ्रमण के साथ-साथ आकाशंगा को जानने का मौका मिल सकेगा। प्राप्त जानकारी के मुताबिक मध्यप्रदेश में पचमढ़ी के पहाड़ों, झरनों और यहां की खूूबसूरती को निहाहरने हर साल लाखों पर्यटक जुटते है। वहीं खजुराहो के मंदिरों में के शिल्प सौंदर्य, चंदेल राजाओं द्वारा यहां बनवाई गई नक्काशीदार मूर्तियों को देखने विदेशी पर्यटकों के साथ देशी पर्यटक भी भारी संख्या में पहुंचते है।
इसी तरह मांडू के जहाजमहल को देखने भी हर साल लाखों लोग आते है। कान्हा, पेंच, बांधवगढ़ में वन्य प्राािणयों के दर्शन करने भी हर साल लाखों पर्यटक यहां आते है। इन सभी पर्यटकों को पर्यटन निगम के होटल्स और रेस्टोरेंट में रात्रि विश्राम और भोजन के लिए पहुंचने पर तथा अलसुबह पर्यटन निगम अब आकाशगंगा का दर्शन कराएगा। आकाशगंगा में किस तरह के गृह मौजूद है। तारे, चांद की बनावट और सुबह सूरज के उगने के समय उसकी आकृति में किस तरह परिवर्तन होता है। किस तरह से तारे और गृह एक स्थान से दूसरे स्थान पर जाते है। कौन से नये गृह, उपगृह खोजे जा चुके है। इनकी क्या कहानी है। इनकी क्या विशेषता है। किस तरह से ये विज्ञान से जुड़े है यह सब मध्यप्रदेश में आने वाले अतिथियों और पर्यटकों को बताया जाएगा। इसके लिए छोटे बड़े टेलीस्कोप और अन्य उपकरण लगाए जाएंगे।
यह होगा फायदा
पर्यटन निगम की होटल्स में रुकने वाले पर्यटकों, अतिथियों को एस्ट्रो टूरिज्म की सुविधा नि:शुल्क या बहुत ही कम कीमत पर उपलब्ध कराई जाएगी। इससे जो भी पर्यटन प्रमुख पर्यटन स्थलों और वन्य प्राणी केन्द्रों, अभ्यारण्यों पर पहुंचते है वे पर्यटन निगम की होटलों में ठहरने को प्राथमिकता देंगे। यहां होटल में ठहरने वाले पर्यटकों को देर रात और सुबह-सुबह आकाशगंगा में दिखाई देने वाले गृह, उपगृह और उनसे जुड़ी जानकारी प्राप्त हो सकेगी।
मध्यप्रदेश पर्यटन निगम प्रदेश में प्रमुख पर्यटन स्थलों, राष्टÑीय अभ्यारण्यों में निगम की इकाईयों में ठहरने वाले पर्यटकों के लिए एस्ट्रो टूरिज्म की शुरुआत करने जा रहा है। जल्द ही यह सुविधा चिन्हित स्थलों पर उपलब्ध हो जाएगी।
एस विश्वनाथन, प्रबंध संचालक, मध्यप्रदेश पर्यटन निगम
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