
जयपुर
विधानसभा में एप्रोप्रिएशन बिल पर चर्चा के दौरान नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने आईफा अवॉर्ड्स को लेकर सरकार पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने आईफा के आयोजन पर 100 करोड़ रुपये से ज्यादा खर्च कर दिए, लेकिन धार्मिक स्थलों खाटू श्यामजी और गोविंददेवजी के लिए 100 करोड़ रुपये नहीं दिए।
जूली ने कहा कि आईफा के लिए फाइल को बुलेट ट्रेन की तरह चलाया गया, लेकिन जब जनता के हित की बात आती है तो सरकार की रफ्तार धीमी हो जाती है। उन्होंने सरकार पर आरोप लगाया कि आयोजन के लिए 7 लाख रुपये के गोल्डन पास जनता की गाढ़ी कमाई से बांटे गए, लेकिन यह पास मंत्रियों तक को नहीं मिले। विपक्ष के नेताओं को तो पूरी तरह नजरअंदाज कर दिया गया।
जूली ने कहा कि आईफा में कोई भी फर्स्ट ग्रेड का अभिनेता नहीं आया। उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि सिर्फ शाहरुख खान को छोड़कर बाकी सभी सेकंड ग्रेड के कलाकार ही थे। जब किसी ने माधुरी दीक्षित का नाम लिया तो उन्होंने कहा कि अब माधुरी दीक्षित भी सेकंड ग्रेड में आ गई हैं, उनका समय खत्म हो चुका है।
उन्होंने सरकार से सवाल किया कि इन्वेस्टर समिट में सोनू निगम को बुलाया गया, लेकिन आईफा में क्यों नहीं बुलाया? उन्होंने कहा कि यदि किसी ने कोई सुझाव दिया या कोई आपत्ति जताई, तो उसे नजरअंदाज कर दिया गया। गौरतलब है कि सोनू निगम ने एक दिन पहले ही सोशल मीडिया पर आईफा आयोजन को लेकर सवाल उठाए थे।
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