सावन के पावन महीने में कांवड़ यात्रा की शुरुआत 22 जुलाई से, सुरक्षा के कड़े इंतजाम, 2000 सुरक्षाकर्मी रहेंगे तैनात

वाराणसी
सावन के पावन महीने में कांवड़ यात्रा की शुरुआत 22 जुलाई से हो रही है। इसके चलते वाराणसी के विश्व विख्यात काशी विश्वनाथ मंदिर में तैयारियां जोरों पर चल रही हैं। पुलिस-प्रशासन कांवड़ियों की सुविधा के मद्देनजर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम में जुटा हुआ है। जिलाधिकारी एस राजलिंगम ने बताया कि कांवड़ मार्गों का निरीक्षण किया गया है। जिन मार्गों पर साफ-सफाई की जरूरत है। सड़कों में गड्ढे हैं, उनसे संबंधित विभागों को निर्देश दिया गया है। साथ ही काशी विश्वनाथ मंदिर प्रशासन के साथ भी इस संबंध में बैठक हो गई है। जिन रास्तों से कांवड़ियां गुजरेंगे, वहां मीट की दुकानें बंद रहेंगी।

पुलिस कमिश्नर मोहित अग्रवाल ने बताया कि कांवड़ियों को यात्रा के दौरान कोई समस्या न हो इसका भी खास ख्याल रखा जा रहा है। प्रयागराज, जौनपुर, आजमगढ़ रूट पर पुलिस की तीन-तीन चौकियां बनाई जा रही हैं। उन मार्गों पर श्रद्धालुओं के लिए पानी, शौचालय और मेडिकल जैसी सुविधाओं की व्यवस्था की गई है।

यातायात को नियंत्रण में रखने के लिए रूट डायवर्जन भी किया जा रहा है, ताकि कांवड़ियों और स्थानीय लोगों को आवाजाही में समस्या नहीं हो सके। काशी विश्वनाथ मंदिर पर भी सुरक्षा के लिहाज से बैरिकेडिंग की जा रही है। महिला श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए महिला पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया है।

उन्होंने बताया कि सुरक्षा में किसी भी प्रकार की लापरवाही को रोकने के लिए यात्रा के दौरान 10 आईपीएस, 15 एडीशनल एसपी, 15 डिप्टी एसपी मौजूद रहेंगे। इसके अलावा पीएसी की तीन कंपनी और एटीएस की टीम भी तैनात रहेगी। स्ट्रैटिजिक प्वाइंट के लिए एक विशेष क्यूआरटी टीम भी हथियारों के साथ मौजूद होगी। इस दौरान 2,000 सुरक्षाकर्मियों की तैनाती रहेगी। सीसीटीवी और ड्रोन कैमरे के माध्यम से चप्पे-चप्पे पर की निगरानी की जाएगी।