कभी पुलिस में की थी नौकरी, हाथरस हादसे के आरोपी बाबा पर पहले से ही रेप और यौन उत्पीड़न के कई मामले दर्ज

हाथरस
एक दुखद हादसे में, हाथरस के एक सत्संग में भगदड़ मचने से 120 से अधिक लोगों की जान चली गई और 35 से ज्यादा लोग घायल हो गए। घटना के बाद से कथित बाबा, जो खुद को भोले बाबा कहता है, फरार है। इस बाबा पर पहले से ही रेप और यौन उत्पीड़न के कई मामले दर्ज हैं और वह जेल की सजा भी काट चुका है।

यौन उत्पीड़न के मामले
बाबा, जिसका असली नाम सूरज पाल है, पर इटावा, कासगंज, फर्रुखाबाद, दौसा और आगरा में यौन उत्पीड़न के मामले दर्ज हैं। बाबा के साथ सत्संग में अक्सर एक महिला देखी जाती है, जिसे वह अपनी पत्नी बताता है, लेकिन मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार वह महिला उसकी रिश्तेदार है।
 
पुलिस की नौकरी और खुफिया विभाग
नारायण हरि उर्फ सूरज पाल कासगंज का निवासी है और उसने अपने अनुयायियों को बताया कि वह पहले उत्तर प्रदेश पुलिस में दरोगा था और अपनी मर्जी से नौकरी छोड़कर प्रवचन के मार्ग पर चला गया। हालांकि, पुलिस को शक है कि उसे सस्पेंड किया गया था। बाबा के अनुयायियों का कहना है कि उसने खुफिया विभाग में भी सेवा दी थी और 1999 में अपनी मर्जी से रिटायरमेंट ले ली थी।
 
अनुयायियों की आस्था
बाबा के अनुयायियों की संख्या लाखों में है, खासकर उत्तर प्रदेश और हरियाणा में। बाबा ने अपने नाम को बदलकर नारायण साकार हरि रख लिया और सत्संग करने लगा। अनुयायियों में बाबा को लेकर गहरी आस्था है, लेकिन इस हादसे के बाद उनकी छवि पर गंभीर सवाल उठ गए हैं।

पुलिस की जांच जारी
हादसे के बाद पुलिस ने जांच शुरू कर दी है और बाबा की तलाश जारी है। पुलिस का कहना है कि दोषियों को किसी भी कीमत पर बख्शा नहीं जाएगा और सभी पीड़ितों को न्याय मिलेगा।