हरियाणा विधानसभा चुनाव: भाजपा से चुनाव में उतरने को तैयार देश की सबसे अमीर महिला सावित्री जिंदल, पेश की दावेदारी

नई दिल्ली
देश की सबसे अमीर महिला सावित्री जिंदल हरियाणा विधानसभा चुनाव में उतर सकती हैं। चर्चा है कि उन्हें भाजपा की ओर से हिसार विधानसभा सीट से उतारा जा सकता है। यदि ऐसा हुआ तो भाजपा से लगातार दो बार से विधायक चुने जा रहे कमल गुप्ता का टिकट कट सकता है। 2014 के विधानसभा चुनाव में सावित्री जिंदल को हराकर ही कमल गुप्ता विधानसभा पहुंचे थे। सावित्री जिंदल 2005 और 2009 में बनी कांग्रेस सरकार के दौरान मंत्री पद पर भी रह चुकी हैं। लेकिन अब राजनीतिक घटनाक्रम इतना बदल गया है कि सावित्री जिंदल भाजपा में हैं और उनके बेटे नवीन जिंदल कुरुक्षेत्र लोकसभा सीट से भाजपा के सांसद हैं।

इसी साल मार्च में नवीन जिंदल और उनकी मां ने भाजपा का दामन थाम लिया था। इसके बाद नवीन जिंदल ने भाजपा के टिकट पर चुनाव लड़ा और आम आदमी पार्टी के सुशील गुप्ता को हराकर लोकसभा पहुंचे। अब जिंदल परिवार के करीबी लोगों का कहना है कि यदि भाजपा ने मौका दिया तो फिर सावित्री जिंदल भी उतर सकती हैं। इसका अनुमान इसलिए भी लग रहा है क्योंकि सावित्री जिंदल बीते कई दिनों से हिसार में रह रही हैं। वहां लोगों से लगातार जनसंपर्क कर रही हैं और जनसभाएं कर रही हैं।

नवीन जिंदल के पिता ओमप्रकाश जिंदल की मौत 2005 में हेलिकॉप्टर क्रैश में हो गई थी। यह हादसा उस दौरान हुआ था, जब वह हुड्डा के नेतृत्व वाली सरकार में मंत्री थे। इस हादसे के बाद सावित्री जिंदल ने राजनीति जॉइन की थी। पहली बार ओम प्रकाश जिंदल ने भी 1991 में हिसार सीट से ही चुनाव लड़ा था। वह बंसी लाल की हरियाणा विकास पार्टी से जुड़े थे। यही नहीं 1996 में वह सांसद भी बने थे और फिर कांग्रेस में शामिल हो गए। सावित्री जिंदल का कहना है कि हिसार सीट से उनका पुराना पारिवारिक रिश्ता है। फैमिली की पकड़ है। इसलिए उन्हें चुनाव में उतरना चाहिए।

हाईकमान के सामने पेश की टिकट की दावेदारी
सूत्रों का कहना है कि सावित्री जिंदल ने दावेदारी हाईकमान के सामने पेश कर दी है। आखिरी फैसला तो हाईकमान को ही लेना है, लेकिन सावित्री जिंदल तैयारी में जुट गई हैं। यदि सावित्री जिंदल को मौका मिला तो यह कमल गुप्ता के लिए झटका होगा, जो लगातार दो बार से विधायक हैं और सावित्री जिंदल को ही हरा चुके हैं। कमल गुप्ता ने भी अपनी दावेदारी छोड़ी नहीं है। फिलहाल पार्टी यह आकलन करने में जुटी है कि किस सीट पर किसे मौका दिया जा सकता है। हरियाणा चुनाव में टिकटों पर फैसले के लिए 30 अगस्त को मीटिंग होनी है।