गुजरात बोर्ड ने बदला संपूरक एग्जाम का पैटर्न, 24 जून को परीक्षा, आवेदन शुरू

सूरत

गुजरात उच्चतम माध्यमिक शिक्षण बोर्ड ने दसवीं और बारहवीं बोर्ड की पूरक परीक्षा (Supplementary) की तारीख घोषित कर दी है. 24 जून से गुजरात बोर्ड के दसवीं और बारहवीं बोर्ड के स्टूडेंट्स के सप्लीमेंट्री एग्जाम का आयोजन होगा. इससे पहले गुजरात बोर्ड के सप्लीमेंट्री एग्जाम जुलाई महीने में आयोजित होते रहे है लेकिन इस बार जून महीने में ही सप्लीमेंट्री एग्जाम आयोजित किए जाएंगे.

गुजरात बोर्ड के नये बदलाव के बाद इससे पहले दसवीं में दो सब्जेक्ट में फेल होने वाले छात्रों का सप्लीमेंट्री एग्जाम लिया जाता रहा है, लेकिन इस साल बोर्ड ने नियमों में बदलाव करते हुए दसवीं में तीन सब्जेक्ट में फेल होने वाले छात्रों का सप्लीमेंट्री एग्जाम लेने का फैसला किया है. इसी तरह बारहवीं जनरल स्ट्रीम में एक सब्जेक्ट में फेल होने वाले छात्र भी सप्लीमेंट्री एग्जाम दे सकते थे, लेकिन बोर्ड ने नियमों में बदलाव करते हुए दो सब्जेक्ट में फेल छात्रों को सप्लीमेंट्री एग्जाम देने की अनुमति दे दी है.

बारहवीं साइंस में अब तक दो सब्जेक्ट में फेल छात्र सप्लीमेंट्री एग्जाम दे सकते थे, इसे भी बदलकर तीन सब्जेक्ट कर दिया गया है. इसके अलावा 12वीं साइंस के विद्यार्थी अगर सभी विषय में फेल हैं तो वे री-एग्जाम दे सकते हैं.

गुजरात बोर्ड पूरक एग्जाम का शेड्यूल जल्द घोषित करेगा

गुजरात बोर्ड के जो भी छात्र सप्लीमेंट्री एग्जाम देना चाहते है वे वेबसाइट पर जाकर फॉर्म भर सकते हैं. एग्जाम का शेड्यूल अभी जारी नहीं हुआ है. गुजरात बोर्ड जल्द ही एग्जाम का शेड्यूल जारी करेगा. बता दें कि, मार्च में आयोजित दसवीं बोर्ड एग्जाम में तीन सब्जेक्ट में 58,428, दो सब्जेक्ट में 63197 और एक सब्जेक्ट में 35,087 छात्र फेल हुए थे, ये तमाम छात्र जून में आयोजित सप्लीमेंट्री एग्जाम देकर पास हो सकते है.

9 और 11 मई को जारी किए गए थे नतीजे

बारहवीं साइंस की बात करें तो चाहे जितने भी सब्जेक्ट में छात्र फेल हो वो सप्लीमेंट्री एग्जाम दे सकेंगे तो साथ ही में बारहवीं की जनरल स्ट्रीम में दो सब्जेक्ट में फेल होने वाले छात्र सप्लीमेंट्री एग्जाम दे सकेंगे, जिनमें दो सब्जेक्ट में 6783 और एक सब्जेक्ट में 25,680 छात्र शामिल हैं. बता दें कि गुजरात बोर्ड ने मार्च में दसवीं और बारहवीं बोर्ड की एग्जाम आयोजित किए थे, जिसका परिणाम 9 और 11 मई को घोषित किया गया है.