
अलवर
हरियाली तीज के अवसर पर अलवर में बड़े स्तर पर पर्यावरण संरक्षण की पहल की गई। शनिवार को केंद्रीय वन एवं पर्यावरण मंत्री भूपेंद्र यादव और जिले के प्रभारी मंत्री डॉ. किरोड़ी लाल मीणा ने 10 लाख पौधारोपण अभियान की शुरुआत की। इस अवसर पर दोनों नेताओं ने पौधे लगाकर अभियान का शुभारंभ किया। डॉ. किरोड़ी लाल मीणा ने कहा कि केवल पौधे लगाना ही पर्याप्त नहीं, बल्कि उनकी देखभाल और सुरक्षा भी उतनी ही जरूरी है। उन्होंने ‘हरियालो राजस्थान’ अभियान को एक जनउत्सव के रूप में मनाने का आह्वान करते हुए कहा कि यह आने वाली पीढ़ियों को हरा-भरा वातावरण देने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम है।
अलवर को स्वच्छता में दिलाएंगे नई पहचान: भूपेंद्र यादव
इस मौके पर केंद्रीय मंत्री भूपेंद्र यादव ने कहा कि उनका लक्ष्य है कि अलवर को देश के टॉप-10 स्वच्छ शहरों में शामिल किया जाए। उन्होंने बताया कि स्वच्छता सर्वेक्षण में अलवर की रैंकिंग पहले 354 थी, जो अब सुधरकर 54 पर पहुंच चुकी है। यह सब जनसहभागिता और प्रशासन की सक्रियता से संभव हो पाया है। उन्होंने कहा कि अलवर को पर्यटन, विकास और स्वच्छता के क्षेत्र में नई पहचान दिलाई जाएगी। साथ ही उन्होंने महाराज भृतहरि बाबा की तपोभूमि को राष्ट्रीय पहचान दिलाने की बात भी कही।
टाइगर रिजर्व और CTH पर बोले मंत्री
वन्य संरक्षण की दिशा में उठाए गए कदमों का जिक्र करते हुए भूपेंद्र यादव ने बताया कि उनके कार्यकाल में रामगढ़ विषधरी क्षेत्र को टाइगर रिजर्व घोषित किया गया है। उन्होंने यह भी कहा कि रणथंभौर और सरिस्का टाइगर रिजर्व में क्रिटिकल टाइगर हैबिटेट (CTH) की समस्या फिलहाल अधूरी है, जिसे पूरा करने में समय लगेगा। सुप्रीम कोर्ट ने इस संबंध में विशेषज्ञों की सिफारिशों के आधार पर फैसले दिए हैं।
कांग्रेस और राहुल गांधी पर साधा निशाना
राजनीतिक मंच से कांग्रेस पर हमला बोलते हुए भूपेंद्र यादव ने कहा कि मंच से लगाए जा रहे आरोपों को यदि गंभीरता से लिया जा रहा है तो उन्हें हलफनामे के रूप में अदालत में दाखिल किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि "हम सच्चाई से डरने वाले नहीं हैं। राहुल गांधी पर तंज कसते हुए भूपेंद्र यादव बोले कि राहुल गांधी कहते हैं कि उन्हें ओबीसी की समझ नहीं है, जबकि अलवर ऐसी भूमि है जहां सर्वसमाज और सर्वजाति के लोग एक साथ रहते हैं।
फिल्मी अंदाज में दिया संदेश
अपने भाषण के अंत में भूपेंद्र यादव ने फिल्मी अंदाज में कहा कि 'सजन रे झूठ मत बोलो, खुदा के पास जाना है, वहां पैदल ही जाना है, और बही लिख-लिखकर क्या होगा, यही सब कुछ चुकाना है।' उन्होंने कहा कि यह केवल एक गीत नहीं, बल्कि जीवन का गूढ़ संदेश है जिसे नेताओं और जनता को आत्मसात करना चाहिए।
More Stories
योगी आदित्यनाथ कैबिनेट से मानसून सत्र को मंजूरी मिलने के बाद विधानसभा सचिवालय ने कार्यवाही को लेकर तैयारी तेज
इंदिरा कॉलोनी को बड़ी राहत: हाई कोर्ट ने तोड़फोड़ पर लगाई रोक, आतिशी ने क्या कहा?
प्रतापगढ़ में भूकंप के दो झटकों से दहशत, 4 घंटे में दो बार कांपी धरती