
नई दिल्ली
केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने गुरुवार को पाकिस्तान को दो टूक संदेश देते हुए कहा कि हमारी सहनशीलता का कोई नाजायज फायदा नहीं उठाए। वरना उसे हमारी क्वालिटी कार्रवाई का सामना करने के लिए भी पूरी तरह तैयार रहना होगा। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने डीआरडीओ भवन में 'राष्ट्रीय गुणवत्ता सम्मेलन- 2025' को संबोधित करते हुए कहा कि हमने हमेशा ही, एक जिम्मेदार राष्ट्र होने का रोल, बड़े संयम से निभाया है। हम लगातार इस बात के पक्षधर रहे हैं कि समस्याओं का समाधान बातचीत के जरिए हो। इसका अर्थ यह नहीं है कि हमारी सहनशीलता का कोई नाजायज फायदा उठाए। यदि कहीं, कोई, हमारे इस संयम का फायदा उठाने की कोशिश करता है, तो उसे कल की तरह ही, ‘क्वालिटी कार्रवाई’ का सामना करने के लिए भी पूरी तरह तैयार रहना होगा।
उन्होंने पाकिस्तान को चेताते हुए कहा कि भारत की संप्रभुता की सुरक्षा में, कोई भी हद हमारे लिए बाधा नहीं बनेगी, इसका मैं देशवासियों को भरोसा देता हूं। ऐसे जिम्मेदार प्रतिक्रियाओं के लिए हम आगे भी पूरी तरह तैयार हैं और यदि हमारी यह तैयारी बनी हुई है, तो इसमें आपका एक बहुत बड़ा रोल है। भारत का यह रक्षा औद्योगिक जगत का विस्तार, भारत को एक अभूतपूर्व संबल प्रदान कर रहा है।
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने डीआरडीओ भवन में 'राष्ट्रीय गुणवत्ता सम्मेलन- 2025' को संबोधित करते हुए कहा, "पाकिस्तान और पीओके में जिस तरह से हमारे सुरक्षा बलों ने आतंकी ठिकानों को तबाह किया है, वह हम सबके लिए एक गौरव का विषय है। क्वालिटी की क्या भूमिका होती है, यह क्या रोल अदा करती है, इसका नमूना हमने कल देखा। जिस सटीकता के साथ ऑपरेशन 'सिंदूर' किया गया, वह अकल्पनीय और सराहनीय है। इसमें 9 आतंकी ठिकाने तबाह हुए और इसमें काफी संख्या में आतंकी मारे गए। जिस तरह से इस ऑपरेशन में निर्दोषों को नुकसान पहुंचाए बिना अंजाम दिया गया, वह इसलिए संभव हो पाया है क्योंकि हमारी सेनाओं के पास बेहतरीन क्वालिटी के हथियार थे।"
उन्होंने आगे कहा, "हमें भारतीय रक्षा उद्योग को एक मजबूत और विश्वसनीय ब्रांड बनाना है। आज मैं आपसे एक महत्वपूर्ण अपील करने आया हूं। यह अपील है एक मजबूत, विश्व अग्रणी और अत्याधुनिक 'ब्रांड भारत' बनाने की है, ताकि जब देशों को दुनिया के रक्षा बाजार में उत्पादों के बारे में संदेह हो, तो वे 'ब्रांड इंडिया' को चुनें। जब भी संदेह हो, तो भारत को चुनें, यह हमारी यूएसपी होनी चाहिए।"
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देश में शनिवार 10 मई तक 27 एयरपोर्ट बंद, 430 उड़ानें रद, विदेशी एयरलाइंस ने बदले मार्ग नई दिल्ली ऑपरेशन सिंदूर के बाद बदलते हालात को देखते हुए गुरुवार को घरेलू एयरलाइंस ने 430 उड़ानें रद कर दी हैं। जबकि शनिवार 10 मई तक के लिए 27 एयरपोर्ट बंद कर दिए गए हैं। आंकड़ों के हिसाब से रद की गई उड़ाने देश में कुल उड़ानों का तीन प्रतिशत हैं। उड़ानों पर नजर रखने वाले प्लेटफार्म फ्लाइटराडार24 के अनुसार, पाकिस्तान और भारत के पश्चिमी गलियारे के ऊपर का एयरस्पेस नागरिक उड़ानों के लिए तकरीबन खाली है। विदेश मंत्रालय की तरफ से बड़ा एलान उड़ानों के लाइव पाथ और कैंसल के आंकड़ों को जारी करने वाले फ्लाइटराडार24 के अनुसार, ”पाकिस्तान और भारत के पश्चिमी गलियारे का जम्मू-कश्मीर और गुजरात के ऊपर का एयरस्पेस नागरिक उड़ानों के लिए खाली है क्योंकि विमानन कंपनियों ने इसे संवेदनशील क्षेत्र घोषित कर दिया है।” वहीं, विमानन कंपनियों ने बुधवार को भी 300 से ज्यादा उड़ानें रद कर दी थीं और उत्तरी एवं पश्चिमी भारत में 21 एयरपोर्ट बंद कर दिए गए थे। प्रेट्र के अनुसार, अधिकांश विदेशी एयरलाइंस ने भी एयरस्पेस में प्रतिबंध के कारण पाकिस्तान के ऊपर उड़ानें बंद कर दी हैं। जर्मनी की लुफ्थांसा ने गुरुवार को कहा कि कंपनी ताजा हालात पर लगातार नजर बनाए हुए हैं। सप्ताह में पांच भारतीय शहरों में 64 उड़ानें संचालित करने वाली कंपनी ने कहा कि मौजूदा हालात को देखते हुए लुफ्थांसा अगले आदेश तक पाकिस्तान के एयरस्पेस में नहीं जा रहा है। इसके परिणामस्वरूप कुछ मार्गों पर भारत समेत एशियाई देशों के लिए जाने वाली उड़ानों का समय बढ़ जाएगा। सभी यात्रियों से निवेदन है कि वे घर से निकलने से पहले उड़ान का समय सुनिश्चित कर लें। ब्रिटिश कंपनी वर्जिन अटलांटिक ने भी पाकिस्तानी एयरस्पेस के ऊपर उड़ानें बंद कर दी हैं, जिसके चलते पूर्वनिर्धारित लंदन-दिल्ली की उड़ानों का मार्ग बदलना पड़ रहा है। हर सप्ताह 35 उड़ानों का संचालन कंपनी भारतीय शहरों के लिए 35 साप्ताहिक उड़ानों का संचालन करती है। कौन से एयरपोर्ट हैं बंद हिंडन, ग्वालियर, श्रीनगर, जम्मू, लेह, चंडीगढ़, अमृतसर, लुधियाना, पटियाला, बठिंडा, हलवारा, पठानकोट, भुंटर, शिमला, गग्गल, धर्मशाला, किशनगढ़, जैसलमेर, जोधपुर, बीकानेर, मुंद्रा, जामनगर, राजकोट, पोरबंदर, कांडला, केसोड़, भुज।