एकनाथ शिंदे की अपने गांव में अचानक तबीयत बिगड़ गई, डॉक्टरों की टीम पहुंची सतारा: मीडिया रिपोर्ट्स

मुंबई
पिछले दिनों एकनाथ शिंदे ने दिल्ली में अमित शाह से मुलाकात की थी। इसके बाद महायुति नेताओं के साथ भी अमित शाह ने बैठक की थी। दिल्ली के बाद महायुति के नेताओं की एक बैठक महाराष्ट्र में होनी थी लेकिन कार्यवाहक मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे दिल्ली से लौटने के बाद अचानक सतारा में अपने गांव के दौरे पर निकल गए थे।महाराष्ट्र के कार्यवाहक मुख्यमंत्री और शिवसेना प्रमुख एकनाथ शिंदे की अपने गांव में अचानक तबीयत बिगड़ गई है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक मुंबई से डॉक्टरों की टीम उनके गृह जिले सतारा स्थित गांव पहुंच गई है। बताया जा रहा है कि उनको थकान के चलते बुखार की समस्या हुई है। डॉक्टर जांच कर रहे हैं।

महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव के नतीजे आए हुए अब एक हफ्ता हो चुका है लेकिन मुख्यमंत्री के चेहरे पर संशय बरकरार है। पिछले दिनों एकनाथ शिंदे ने दिल्ली में अमित शाह से मुलाकात की थी। इसके बाद महायुति नेताओं के साथ भी अमित शाह ने बैठक की थी। दिल्ली के बाद महायुति के नेताओं की एक बैठक महाराष्ट्र में होनी थी लेकिन कार्यवाहक मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे दिल्ली से लौटने के बाद अचानक सतारा में अपने गांव के दौरे पर निकल गए थे। संभावना थी कि आज महाराष्ट्र के सीएम पद को लेकर नाम का एलान कर दिया जाएगा। इस बीच खबर आई कि गांव में एकनाथ शिंदे की तबीयत बिगड़ गई है। मुंबई से गांव पहुंची डॉक्टरों की टीम ने उनकी जांच की है और आराम करने की सलाह दी है।

कैसे रहे चुनाव के नतीजे
महाराष्ट्र में हाल ही में हुए विधानसभा चुनाव में मुख्य मुकाबला महायुति और महा विकास अघाड़ी गठबंधनों के बीच था। जिसमें महायुति ने बाजी मारते हुए 288 विधानसभा सीटों में से 230 सीटों पर जीत हासिल की। वहीं इसके उलट महा विकास अघाड़ी को 288 सीटों में से मात्र 46 सीटें ही जीत सकी। महाराष्ट्र में महायुति की ऐतिहासिक जीत के बाद सरकार बनाने की कवायद तेज हो गई।  नतीजे के अगले ही दिन यानी 24 नवंबर को एनसीपी के विधायक दल की बैठक हुई जिसमें अजित पवार को नेता चुना गया। पार्टी के नेता छगन भुजबल ने अजित पवार को मुख्यमंत्री बनाने की मांग की। वहीं, शिवसेना विधायकों ने एकनाथ शिंदे को अपना नेता चुना। उधर 26 नवंबर को महाराष्ट्र विधानसभा का कार्यकाल खत्म होना था लिहाजा इसी दिन राज्य के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया। इसके साथ ही शिवसेना प्रमुख कार्यवाहक मुख्यमंत्री की भूमिका में आ गए।

सीएम बनने से किया था इन्कार
शिवसेना नेता शिंदे ने 27 नवंबर को मुख्यमंत्री पद की अपनी दावेदारी छोड़ने का संकेत दिया। उन्होंने मुंबई में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा था कि मेरे मन में सीएम बनने की लालसा नहीं है। पीएम मोदी और अमित शाह जो भी निर्णय लेंगे मुझे मंजूर होगा। सरकार बनाते समय मेरी तरफ से कोई अड़चन नहीं आएगी। मैं चट्टान की तरह साथ खड़ा हूं। भाजपा की बैठक में जो भी निर्णय लिया जाएगा, हमें मान्य होगा। भाजपा का सीएम मुझे मंजूर है।