भोपाल
मध्य प्रदेश कांग्रेस में पार्टी ने जमीनी स्तर की तैयारियां तेज करने का मन बना लिया है। प्रदेश कार्यकारिणी की बैठक में मास कनेक्ट प्रोग्राम और पंचायत एवं वार्ड कमेटियों के गठन को लेकर व्यापक चर्चा हुई। कांग्रेस के प्रदेश कार्यालय में हुई प्रदेश कार्यकारिणी की बैठक में संगठन को जमीनी स्तर पर और अधिक सशक्त बनाने, जनसंपर्क को मजबूत करने एवं आगामी राजनीतिक रणनीति पर विस्तृत चर्चा की गई।
बैठक के बाद प्रदेश कांग्रेस प्रभारी हरीश चौधरी और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी ने कहा कि संगठन को जमीनी स्तर पर और अधिक मजबूत करने की दिशा में एक ऐतिहासिक निर्णय लिया गया है। प्रदेश प्रभारी हरीश चौधरी ने कहा कि आज की बैठक में मास कनेक्ट प्रोग्राम तथा पंचायत एवं वार्ड कमेटियों के गठन को लेकर गंभीर एवं व्यापक चर्चा हुई।
गांव से बूथ, बूथ से जिला तक पहुंचेगा संगठन
बैठक में तय किया गया कि गांव चलो–बूथ चलो अभियान के तहत गांव से कार्यकर्ता बूथ तक पहुंचेंगे। बूथ से मंडल, मंडल से ब्लॉक और ब्लॉक से जिला स्तर तक संगठनात्मक संवाद किया जाएगा। इस दौरान पार्टी के कार्यक्रमों के साथ-साथ भाजपा सरकार की असफलताओं को तथ्यों के साथ जनता के सामने रखा जाएगा। यह अभियान हर छह माह में नियमित रूप से चलाया जाएगा।
65 हजार बीएलए को लेकर सवाल
प्रदेश प्रभारी हरीश चौधरी ने बैठक में कहा- “हमने 65 हजार बूथ लेवल एजेंट नियुक्त किए हैं, अगर उन्हें बुलाएंगे तो क्या वे आएंगे?” सूत्रों के मुताबिक उनका आशय यह था कि नियुक्तियां वास्तविक और सक्रिय हैं या नहीं। संगठन पदाधिकारियों ने भरोसा दिलाया कि पूरा रिकॉर्ड मौजूद है और बुलाने पर सभी बीएलए सक्रिय रहेंगे।
चौधरी ने कहा कि SIR की प्रक्रिया निष्पक्ष नहीं रही और इसमें गंभीर अनियमितताएं सामने आई हैं, कई पात्रों के नाम हटाए गए, जबकि कुछ अपात्र नाम अब भी सूची में बने हुए हैं।
गांव चलो-बूथ चलो अभियान का ऐलान
कांग्रेस ने मतदाता अधिकारों की रक्षा, जनसंपर्क बढ़ाने और सरकार के खिलाफ मुद्दों को उठाने के लिए प्रदेशभर में गांव चलो-बूथ चलो अभियान चलाने का ऐलान किया है। इस अभियान की निगरानी और क्रियान्वयन के लिए प्रदेश प्रभारी के नेतृत्व में प्रदेश और संभाग स्तर की समितियां अगले कुछ दिनों में गठित की जाएंगी।
एसआईआर पर सवाल, चुनावी निष्पक्षता पर उठे मुद्दे
प्रदेश प्रभारी हरीश चौधरी ने एसआईआर प्रक्रिया को निष्पक्ष न बताते हुए गंभीर अनियमितताओं का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि यह प्रक्रिया लोकतांत्रिक मूल्यों के खिलाफ रही है। साथ ही भाजपा पर संविधान और महात्मा गांधी के विचारों के विपरीत काम करने का आरोप भी लगाया गया।
1 जनवरी से 15 फरवरी तक संगठन सृजन अभियान
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी ने बताया कि 1 जनवरी 2026 से 15 फरवरी 2026 तक पूरे प्रदेश में पंचायत, वार्ड और मंडल स्तर पर संगठन का पुनर्गठन पूरा कर लिया जाएगा। उनका कहना था कि यह कांग्रेस के इतिहास में पहली बार हुआ है, जब 71 जिला कांग्रेस अध्यक्षों और सभी ब्लॉक अध्यक्षों की नियुक्ति पारदर्शी संगठनात्मक प्रक्रिया के तहत एक साथ की गई है।
2023 चुनावों पर बड़ा आरोप
जीतू पटवारी ने 2023 विधानसभा चुनावों को लेकर भी गंभीर सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि करीब 60 विधानसभा सीटों पर जीत के अंतर से कहीं ज्यादा वोट एसआईआर प्रक्रिया में काटे गए, जिससे यह संदेह मजबूत होता है कि चुनाव में वोटर लिस्ट से छेड़छाड़ हुई। उन्होंने इसे वोट चोरी करार दिया।
पटवारी-सिंघार के कार्यकाल की सराहना, संगठन पर भरोसा
बैठक के बाद नेताओं ने बताया कि दो साल के कार्यकाल में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी और नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार के संगठनात्मक कामकाज की सर्वसम्मति से सराहना की गई। पंचायत और वार्ड कमेटियों के गठन, मास कनेक्ट प्रोग्राम और बूथ स्तर तक पार्टी की पकड़ मजबूत करने पर सहमति बनी।
दिग्विजय सिंह ने रखी गांव-गांव संपर्क की रूपरेखा
बैठक में दिग्विजय सिंह ने गांव-गांव चलाए जाने वाले संपर्क कार्यक्रम की रूपरेखा प्रस्तुत की। उन्होंने कहा कि कांग्रेस को आमजन से सीधा संवाद बढ़ाना होगा। उन्होंने सुझाव दिया कि कार्यकर्ता बूथ तक जाएं। रात्रि विश्राम गांवों में करें। लोगों से मिलकर उनकी समस्याएं सुनें। भाजपा सरकार की नीतिगत और प्रशासनिक विफलताओं को तथ्यों के साथ रखें। इस प्रस्ताव पर बैठक में सर्वसम्मति बनी।
22 जनवरी तक दावा-आपत्ति में उतरेगा पूरा संगठन मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR) को लेकर दिल्ली और प्रदेश कांग्रेस की टीम ने प्रस्तुतीकरण दिया। तय किया गया कि 22 जनवरी तक चलने वाली दावा-आपत्ति प्रक्रिया में वरिष्ठ नेताओं से लेकर कार्यकर्ता तक मैदान में उतरेंगे, हर मतदाता तक पहुंचकर यह जांच की जाएगी कि नाम सही हटाया गया या गलत।
60 सीटों पर वोट चोरी का आरोप प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी ने बड़ा आरोप लगाते हुए कहा- “जिन विधानसभा सीटों पर भाजपा को एक लाख, पचास हजार या चालीस हजार वोटों से जीत मिली, उन्हीं सीटों पर सबसे ज्यादा नाम काटे गए।”
पटवारी ने दावा किया कि ऐसा करीब 60 विधानसभा सीटों पर हुआ, जिससे यह स्पष्ट होता है कि 2023 का चुनाव वोट चोरी के जरिए जीता गया। उन्होंने कहा कि न्यायालय जाने सहित सभी विकल्पों पर विचार किया जा रहा है और कांग्रेस का हर कार्यकर्ता बीएलए के साथ मिलकर मतदाता सूची के सत्यापन में जुटेगा।
2027 की तैयारी अभी से विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने कहा कि “सरकार ऐसे ही नहीं बनेगी। अगले एक साल में संगठन को बूथ स्तर तक जाना होगा। 2027 से सभी को पूरी तरह चुनाव में जुटना होगा।”
एसटी-एससी और अल्पसंख्यक साधे तो सरकार तय
बैठक में विधायक फूलसिंह बरैया ने कहा- अनुसूचित जाति, जनजाति और अल्पसंख्यक वर्ग को साधना होगा। यदि ये वर्ग हमारे साथ आ गए, तो सरकार बनने से कोई नहीं रोक पाएगा।

More Stories
MP कांग्रेस में हलचल, मीडिया विभाग अध्यक्ष मुकेश नायक ने टैलेंट हंट विवाद के बाद दिया इस्तीफा
कांग्रेस में बढ़ी हलचल, शशि थरूर दौड़ते-भागते पहुंचे CWC मीटिंग
भाजपा को छोड़ टीएमसी में शामिल हुईं बंगाली एक्ट्रेस, बोलीं— अब नहीं रहा भरोसा