मुख्यमंत्री डॉ. यादव संस्कारधानी जबलपुर में करेंगे आरआईसी का शुभारंभ

भोपाल
मध्यप्रदेश में संतुलित और समतापूर्ण विकास की यात्रा आगे बढ़ाते हुए, राज्य सरकार शनिवार 20 जुलाई को सुबह 9 बजे से संस्कारधानी-जबलपुर में अपना दूसरा रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव आयोजित कर रही है। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव 80 करोड़ रूपये की लागत से नवनिर्मित “नेताजी सुभाष चंद्र बोस सांस्कृतिक और सूचना केंद्र” का उद्घाटन कर यहाँ होने वाले क्षेत्रीय उद्योग सम्मेलन का शुभारंभ भी करेंगे। सम्मेलन में प्रमुख उद्योगपतियों, विभिन्न उद्योग संघों के प्रतिनिधियों और प्रमुख विदेशी प्रतिनिधियों सहित 3500 से अधिक उद्योग जगत की प्रमुख हस्तियाँ शामिल होंगी। मुख्यमंत्री डॉ. यादव 60 से अधिक इकाईयों का वर्चुअली उद्घाटन कर उद्योगपतियों से वन-टू-वन चर्चा भी करेंगे।

रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव में शामिल होने वाली हस्तियों में बैद्यनाथ समूह, आईटीसी, वोल्वो आयशर, बेस्ट कॉर्प, एसआरएफ एवं दावत समूह जैसे प्रमुख औद्योगिक समूह भाग लेंगे। आरआईसी में ताईवान, मलेशिया, ब्रिटेन, फिजी, जापान और इंडोनेशिया का प्रतिनिधित्व करने वाले प्रमुख विदेशी प्रतिनिधि भी इसमें शामिल होंगे। विशिष्ट अतिथि एमएसएमई मंत्री श्री चैतन्य काश्यप और पीडब्ल्यूडी मंत्री श्री राकेश सिंह सहित अन्य जन-प्रतिनिधि उपस्थित रहेंगे।

जबलपुर में हो रही आरआईसी के पहले मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने छिंदवाड़ा और जबलपुर सहित अन्य क्षेत्रों के उद्योगपतियों के साथ बैठक कर औद्योगिक निवेश के लिए प्रोत्साहित किया। सम्मेलन का उद्देश्य क्षेत्रीय क्षमता का दोहन कर औद्योगिक विकास में क्षेत्रीय असमानताओं को दूर करना है। जबलपुर क्षेत्र की औद्योगिक क्षमताओं और अवसरों से निवेशकों को रू-ब-रू करवाकर क्षेत्रीय विकास को बढ़ावा देना है। इस इनोवेटिव कान्क्लेव का उद्देश्य प्रमुख बाजारों से निवेशकों को एक मंच पर लाकर, सार्थक चर्चा कर सहयोग को बढ़ावा दिया जाना है।

क्षेत्रीय सत्रों में होगी क्षेत्र विशेष में निवेश पर विस्तृत चर्चा
जबलपुर एवं आसपास के क्षेत्र की निवेश संभावनाओं पर केंद्रित 5 क्षेत्रीय सत्र आयोजित किए जाएंगे। इनमें कृषि, खाद्य एवं डेयरी प्र-संस्करण, रक्षा, खनन एवं खनिज, कपड़ा एवं परिधान तथा पर्यटन शामिल है। साथ ही उद्योग संघों, स्टार्ट-अप्स एवं रक्षा, कपड़ा एवं परिधान के विशेषज्ञों के साथ राउण्ड-टेबल चर्चा भी होगी। सम्मेलन में 300 से अधिक क्रेता-विक्रेता मीटिंग्स और वन-टू-वन चर्चा भी होंगी। निवेशकों को महाकौशल का अनुभव प्रदान करने के लिए जबलपुर एक्सपो और रक्षा प्रदर्शनी का भी आयोजन किया जाएगा। कार्यक्रम का समापन सांस्कृतिक कार्यक्रम और नेटवर्किंग डिनर के साथ होगा, जिसमें क्षेत्र की संस्कृति और व्यंजनों का प्रदर्शन किया जाएगा।