
जगदलपुर.
महाराष्ट्र चुनाव में करारी हार के बाद अब ईवीएम पर ठीकरा फूट रहा है और बैलेट पेपर (मप पत्र) से मतदान की मांग जोर पकड़ रही है। इसी कड़ी में कांग्रेस के एक सीनियर नेता ने कहा कि अगल बैलेट पेपर से मतदान नहीं हुआ तो कांग्रेस चुनाव नहीं लड़ेगी। यह बयान दिया है छत्तीसगढ़ में कांग्रेस के वरिष्ठ कांग्रेस नेता और पूर्व मंत्री कवासी लखमा ने। उन्होंने बुधवार को कहा कि यदि मतदान के लिए मतपत्र प्रणाली को फिर से शुरू नहीं किया गया तब उनकी पार्टी आगामी चुनाव नहीं लड़ेगी।
गठबंधन के सभी सहयोगियों से बात करेगी कांग्रेस
राज्य के बस्तर जिले के मुख्यालय जगदलपुर में संवाददाताओं से बात करते हुए लखमा ने कहा कि उनकी पार्टी बैलेट पेपर सिस्टम के इस्तेमाल की मांग को लेकर आंदोलन करेगी। लखमा ने कहा, ‘‘कांग्रेस पार्टी आगामी चुनाव तब तक नहीं लड़ेगी, जब तक कि मतपत्र से चुनाव नहीं कराए जाते। कांग्रेस सभी गठबंधन सहयोगियों (‘इंडिया’ ब्लॉक) से बात करेगी और विरोध प्रदर्शन करेगी।’’
कांग्रेस ने बड़ा आंदोलन करने का बनाया मन उन्होंने कहा, ‘अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी (एआईसीसी) अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे जी ने कल एक बयान दिया था। अब बैठकें (गठबंधन सहयोगियों के साथ) होंगी। वर्तमान में लोकसभा का सत्र चल रहा है। ‘इंडिया’ गठबंधन सहयोगियों के साथ बैठक के बाद आगे की रणनीति तैयार की जाएगी। कांग्रेस ने बड़ा आंदोलन करने का मन बना लिया है।’
‘भारत जोड़ो यात्रा’ की तरह मुहिम
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने मंगलवार को इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग प्रणाली की आलोचना की थी और चुनावों के लिए पहले इस्तेमाल की जाने वाली बैलेट पेपर वोटिंग प्रणाली की वापसी की मांग की थी। खरगे ने कहा कि कमजोर तबकों का वोट जाया हो रहा है और ऐसे में मतपत्रों के जरिए मतदान होना चाहिए तथा इस मांग को लेकर ‘भारत जोड़ो यात्रा’ की तरह एक मुहिम शुरू करनी है। उन्होंने कांग्रेस के विभिन्न प्रकोष्ठों की ओर से आयोजित ‘संविधान रक्षक अभियान’ कार्यक्रम में यह दावा भी किया कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जाति जनगणना कराने से डरते हैं क्योंकि इन्हें लगता है कि ऐसा करने से सभी वर्ग अपनी हिस्सेदारी मांगने लगेंगे।
हमें बैलेट पेपर चाहिए
कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा था, ‘‘एससी, एसटी, ओबीसी, गरीब तबके के लोग अपनी पूरी शक्ति लगाकर वोट दे रहे हैं, उनका वोट फिजूल जा रहा है हमें मतपत्र के जरिये वोट चाहिए।’’ उन्होंने कटाक्ष करते हुए कहा, ‘‘मोदी जी के घर, या अमित शाह के घर में मशीन रखने दो, अहमदाबाद के किसी गोदाम में रखने दो। लेकिन हमें मत पत्र चाहिए।’’ खरगे ने कहा, ‘‘पार्टी की तरफ से एक मुहिम शुरू करनी चाहिए। सभी पार्टियों को कहेंगे। जैसे राहुल गांधी के नेतृत्व में ‘भारत जोड़ो यात्रा’ निकाली गई थी, वैसे ही ‘मत पत्र चाहिए’ की मुहिम शुरू करनी होगी।’’ उन्होंने महाराष्ट्र में महा विकास आघाडी की करारी हार के बाद यह टिप्पणी की है।
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