
नई दिल्ली
दिल्ली के आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने कमर कस ली है। चुनाव की तैयारियों को लेकर दिल्ली भाजपा ने पंडित पंत मार्ग स्थित प्रदेश इकाई मुख्यालय में चुनाव कार्यालय खोल दिया। इसके अलावा पार्टी ने घोषणापत्र के लिए फीडबैक जुटाने को प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र में जाने वाली वैन के बेड़े को भी हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। इस मौके पर दिल्ली भाजपा प्रमुख वीरेंद्र सचदेवा ने अपनी पत्नी, राज्य चुनाव प्रभारी बैजयंत पांडा, चुनाव समन्वय समिति के अध्यक्ष और केंद्रीय मंत्री हर्ष मल्होत्रा, सांसद रामवीर सिंह बिधूड़ी, मनोज तिवारी, कमलजीत सहरावत, बांसुरी स्वराज, योगेंद्र चंदोलिया, प्रवीण खंडेलवाल और अन्य के साथ हवन किया।
दिल्ली में अगले साल फरवरी में विधानसभा चुनाव होने हैं। 1993-98 में पुनर्गठित विधानसभा में पांच साल के कार्यकाल के बाद, भाजपा को राजधानी में बहुमत नहीं मिला पाया है। 1998 से 2013 तक कांग्रेस के सामने मुख्य विपक्षी दल होने के बावजूद, वह पिछले एक दशक से आमआदमी पार्टी (आप) के दबदबे को खत्म करने की हरसंभव कोशिश कर रही है। सचदेवा ने कहा कि दिल्ली के लोग परेशान हो चुके हैं और वे गंदे पानी की आपूर्ति, क्षतिग्रस्त सड़कों, महंगी बिजली और प्रदूषण से राहत पाने के लिए आप को सत्ता से हटाना चाहते हैं।
सचदेवा ने दावा किया कि 'बड़े-बड़े' वादे करने के बावजूद, आप सभी मोर्चों पर बुरी तरह विफल रही और उन्होंने भरोसा जताया कि इस बार भाजपा सत्ता में वापस आएगी। 14 वैन के बेड़े को लॉन्च करते हुए, पांडा ने फीडबैक अभ्यास को 'अब नहीं सहेंगे, बदल कर रहेंगे' का नारा दिया। पांडा ने कहा कि फीडबैक के आधार पर, भाजपा आगामी 2025 के विधानसभा चुनावों के लिए अपना 'संकल्प पत्र' तैयार करेगी।
कमजोर कड़ी को मजबूत करने पर जोर
विधानसभा चुनाव में भाजपा अपनी कमजोर कड़ी को मजबूत करने में जुटी है। पार्टी ने इस बार जेजे क्लस्टर को लेकर विशेष अभियान चलाया है। झुग्गियों में बूथवार मैपिंग कर चुनाव की तैयारी की जा रही है। भाजपा इस बार झुग्गियों के 1100 बूथों पर योजना बनाकर काम में जुटी है।
More Stories
फतेहपुर जिले में भगवान राम को अपशब्द कहने वाले यासिर को घर से उठाया, पकड़कर ले गए मंदिर …..
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का आज का दिल्ली दौरा महत्वपूर्ण, मंत्रिमंडल में शामिल किए जाने वालों को लेकर चर्चा
योगी सरकार शिक्षा के क्षेत्र में सामाजिक समावेशिता और समता का एक सफल मॉडल बनकर उभरे