झांसी में लोन की किस्त न देने पर बैंककर्मियों ने बनाई महिला को बंधक!

झांसी 

उत्तर प्रदेश के झांसी में लोन की किस्त न जमा कर पाने के कारण प्राइवेट बैंक के कर्मचारियों ने शख्स के साथ ऐसा सलूक किया जिसकी कभी कल्पना भी नहीं की गई होगी. आरोप है कि बैंककर्मियों ने शख्स की पत्नी को बंधक बना लिया और कहा कि जब बकाया किस्त जमा करोगे तब पत्नी वापस मिलेगी. 

पीड़ित शख्स का दावा है कि प्राइवेट बैंक के कर्मचारियों ने किस्त न चुका पाने के चलते उसकी पत्नी को बंधक बना लिया. कर्मचारियों ने उससे कहा कि बकाया किस्तें जमा करो तब तुमको पत्नी वापस मिलेगी. किसी तरह पीड़ित ने इसकी शिकायत पुलिस से की, जिसके बाद बंधक पत्नी को छुड़ाया गया. अब पुलिस पूरे मामले की जांच कर रही है. 

आपको बता दें कि पूंछ थाना क्षेत्र के निवासी रविंद्र वर्मा ने मोंठ थाने में एक लिखित शिकायत दी है. इसमें उन्होंने बताया की ग्राम बम्हरौली के आजाद नगर मोहल्ले में प्राइवेट लोन देने वाले बैंक की एक शाखा है, जहां से समूह का लोन लिया था और जिसकी कुछ किस्तें बकाया थीं. 

बीते  रविंद्र अपनी पत्नी पूजा वर्मा के साथ बैंक गए थे. रविंद्र का आरोप है कि बैंक के अंदर उन्हें और उनकी पत्नी को जबरदस्ती बैठाकर रखा गया और कहा गया कि जब तक बकाया लोन की रकम जमा नहीं होगी, तब तक पत्नी को नहीं छोड़ा जाएगा. बैंक कर्मियों ने कहा कि घर जाओ और पैसा लेकर आओ, उसके बाद अपनी पत्नी को यहां से ले जाओ. 

पीड़ित के मुताबिक, उन्होंने बैंक कर्मचारियों से विनती की और बताया कि वह पैसे की व्यवस्था में असमर्थ है, लेकिन कर्मचारियों ने कोई बात नहीं सुनी और पैसे का दबाव बनाते रहे. अंत में थक-हारकर डायल 112 पर सूचना दी. सूचना मिलने पर पीआरवी पुलिस मौके पर पहुंची और पत्नी को वहां से निकाल कर मोंठ थाने लाई. इस दौरान पत्नी करीब 4 घंटे बंधक बनी रही. 

रविंद्र वर्मा का यह भी आरोप है कि उन्होंने बैंक से 40,000 रुपये का पर्सनल लोन लिया था, जिसकी मासिक किस्त 2,120 रुपये थी. अब तक वह 11 किश्तें जमा कर चुके हैं. लेकिन बैंक में केवल 8 किश्तें ही दिखाई जा रही हैं. उन्होंने आरोप लगाया कि बैंक के एजेंट ने उनकी तीन किश्तों का पैसा नहीं जमा किया और उसे गबन कर लिया. 

वहीं, मोंठ थाना प्रभारी का कहना है कि उनके पास मामले की जानकारी आई है जिसके संबंध में बैंक में लगे सीसीटीवी फुटेजों को खंगाला  जा रहा है. अन्य तरीके से भी मामले की जांच की जा रही है. जो भी साक्ष्य सामने आएंगे उसके आधार पर कार्रवाई की जाएगी.