वाशिंगटन
संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुतारेस ने पहली बार वर्ष 2026 के लिए अपना नववर्ष संदेश हिंदी और उर्दू सहित कुल 11 भाषाओं में जारी किया है। यह संदेश संयुक्त राष्ट्र की छह आधिकारिक भाषाओं अरबी, चीनी, अंग्रेजी, फ्रेंच, रूसी और स्पेनिश के अलावा हिंदी और उर्दू में भी उपलब्ध कराया गया है। उनके वीडियो संदेश में हिंदी सबटाइटल भी शामिल किए गए हैं। नववर्ष के अवसर पर गुतारेस ने विश्व नेताओं से युद्ध और विनाश के बजाय विकास में निवेश करने का सशक्त आह्वान किया। उन्होंने कहा, “दुनिया एक निर्णायक मोड़ पर खड़ी है। हर ओर अराजकता और अनिश्चितता है। लोग पूछ रहे हैं क्या नेता सच में सुन रहे हैं और क्या वे कार्रवाई के लिए तैयार हैं?”
संयुक्त राष्ट्र प्रमुख ने बताया कि दुनिया की एक-चौथाई से अधिक आबादी संघर्ष प्रभावित क्षेत्रों में रह रही है, जबकि 20 करोड़ से ज्यादा लोगों को मानवीय सहायता की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि युद्ध, आपदाओं और उत्पीड़न के कारण करीब 12 करोड़ लोग विस्थापित हो चुके हैं। गुतारेस ने बढ़ते सैन्य खर्च पर चिंता जताते हुए कहा कि वैश्विक सैन्य खर्च 2.7 ट्रिलियन डॉलर तक पहुंच गया है, जो लगभग 10 प्रतिशत की वृद्धि दर्शाता है। यदि यही रुझान जारी रहा तो यह खर्च 2035 तक 6.6 ट्रिलियन डॉलर तक पहुंच सकता है। उन्होंने रेखांकित किया कि यह राशि वैश्विक विकास सहायता से 13 गुना अधिक है और पूरे अफ्रीका महाद्वीप की GDP के बराबर है।
उन्होंने कहा, “इस नए साल पर हमें संकल्प लेना होगा कि हमारी प्राथमिकताएं सही हों। एक सुरक्षित दुनिया की शुरुआत गरीबी के खिलाफ अधिक निवेश और युद्धों के खिलाफ कम निवेश से होती है। शांति का शासन होना चाहिए।” गौरतलब है कि 2018 में भारत और संयुक्त राष्ट्र के बीच हिंदी परियोजना को लेकर एक समझौता ज्ञापन हुआ था, जिसके तहत संयुक्त राष्ट्र की खबरों और संदेशों का हिंदी में प्रसारण किया जा रहा है।

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