रान्या राव को विमानतल पर मदद करने का DGP पिता ने दिया था निर्देश, कॉन्स्टेबल का खुलासा

बेंगलुरु

गोल्ड स्मगलिंग केस में गिरफ्तार कन्नड़ एक्ट्रेस रान्या राव (Ranya Rao) को लेकर बड़ा खुलासा हुआ है. एयरपोर्ट पर रान्या राव की मदद करने वाले कॉन्स्टेबल ने दावा किया है कि वो ऐसा डीजीपी रामचंद्र राव के कहने पर करते थे. रान्या राव कर्नाटक के डीजीपी रामचंद्र राव की सौतेली बेटी हैं.

कॉन्स्टेबल बसवराज का दावा है कि डीजीपी रामचंद्र राव ने उन्हें एयरपोर्ट पर रान्या की मदद करने का निर्देश दिया था. रान्या के सौतेले पिता कर्नाटक के डीजीपी रामचंद्र राव ने उनसे कहा था कि वह रान्या को बेंगलुरु के कैम्पेगौड़ा इंटरनेशनल एयरपोर्ट तक छोड़कर आए.

कैम्पेगौड़ा एयरपोर्ट पुलिस स्टेशन पर तैनात कॉन्स्टेबल बसवराज ने खुलासा किया कि वह सीधे रामचंद्र राव के आदेश का पालन कर रहे थे. वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देश पर रान्य राव को लाने-ले जाने की बंदोबस्त करने की जिम्मेदारी उन पर थी.

बसवराज का कहना है कि जिस दिन रान्या को गिरफ्तार किया गया. उस दिन शाम 6.20 बजे रान्या ने उन्हें कॉल किया. रान्या कि बताया कि वह दुबई से आ रही है और मदद मांगी. जब एयरपोर्ट से रान्या रवाना हो रही थी तो उस समय बसवराज उनके साथ थे. इसके बाद ही डीआरआई ने रान्या को गिरफ्तार कर लिया था.

रन्या राव का कैसे हुआ पर्दाफाश?

एक्ट्रेस रन्या राव 3 मार्च को दुबई से बेंगलुरु इंटरनेशनल एयरपोर्ट पहुंची थी. रन्या ने 15 दिनों के भीतर दुबई की चार ट्रिप की, जिससे संदेह पैदा हुआ. बेंगलुरु एयरपोर्ट पर उनकी मदद के लिए पहले से ही बसवराजू नाम का एक पुलिस कांस्टेबल तैयार था. उसी की मदद से एक्ट्रेस ने सिक्योरिटी चेक से बच निकलने की कोशिश की, लेकिन DRI की टीम उस पर पहले से ही नजर बनाए हुई थी. DRI ने रन्या को सोने की खेप के साथ रंगे हाथों पकड़ लिया. जांच के दौरान अधिकारियों ने उसके जैकेट में छिपा विदेशी मूल का 14.2 किलोग्राम सोना बरामद किया, जिसकी बाजार में अनुमानित कीमत 12.56 करोड़ रुपये है.

 एक्ट्रेस रान्या का दोस्त भी अरेस्ट

रान्या राव ने डायरेक्ट्रेट ऑफ रेवेन्यू इंटेलिजेंस (DRI) को अपने बयान में बताया कि उसने यूट्यूब वीडियो देखकर सोना छिपाना सीखा था। रान्या को 14.2 करोड़ रुपए की गोल्ड तस्करी केस में गिरफ्तार किया गया है। 14 करोड़ रुपए के गोल्ड तस्करी केस में गिरफ्तार कन्नड़ एक्ट्रेस रान्या राव के दोस्त तरुण राजू को पुलिस ने अरेस्ट किया है। राजू बेंगलुरु के एट्रिया होटल के मालिक का पोता है।

रान्या ने ये भी बताया कि तस्करी (स्मगलिंग) के लिए उसे अनजान नंबरों से कॉल आते थे। ये पहली बार था, जब वह सोना दुबई से बेंगलुरु लेकर आई थी।

रान्या के मुताबिक सोने को अपने शरीर से चिपकाने के लिए उसने एयरपोर्ट पर ही क्रेप बैंडेज और कैंची खरीदी था। सोना प्लास्टिक चढ़े दो पैकेटों में था। उसे छिपाने के लिए टॉयलेट में जाकर सोने के बिस्किट्स शरीर से चिपका लिए।

अज्ञात व्यक्ति को सौंपना था सोना

बेंगलुरु में तस्करी का सोना किसे देना था, ये पूछने पर रान्या ने बताया, 'मुझे सोना एक अज्ञात व्यक्ति को देने के लिए एयरपोर्ट टोल गेट के बाद सर्विस रोड पर जाने के लिए कहा गया था। सिग्नल के पास एक ऑटो रिक्शा में सोना रखना था, लेकिन मेरे पास ऑटो रिक्शा का नंबर नहीं था।'

रान्या के फोन और लैपटॉप से ​​​​डेटा के आधार पर रेवेन्यू इंटेलिजेंस (DRI) तस्करी गिरोह को ट्रैक करने की कोशिश कर रहा है।

वहीं, रान्या ने अनजान नंबर से कॉल करने वाले को पहचानने से मना कर दिया। उन्होंने कहा, 'मुझे पूरी तरह से यकीन नहीं है कि मुझे किसने कॉल किया। कॉल करने वाला अफ्रीकी-अमेरिकन लैंग्वेज में बात करता था। सोना सौंपने के बाद वह तुरंत चला गया। मैं उससे फिर कभी नहीं मिली। वह आदमी करीब 6 फीट लंबा और गोरा था।'

भाजपा बोली- स्मगलिंग में एक मंत्री का भी नाम भाजपा ने आरोप लगाया है कि कांग्रेस रान्या राव को जांच से बचा रही है। वहीं, कांग्रेस ने भाजपा पर अभिनेत्री से जुड़ी एक कंपनी को संदिग्ध परिस्थितियों में जमीन देने का आरोप लगाया है।

कर्नाटक भाजपा अध्यक्ष बीवाई विजयेंद्र ने कहा, सबसे बड़ी गोल्ड स्मगलिंग में सिद्धारमैया सरकार के एक प्रमुख मंत्री के शामिल होने के बारे में मीडिया रिपोर्ट कोई आश्चर्य की बात नहीं हैं।

उन्होंने आरोप लगाया कि 12 करोड़ रुपए से ज्यादा के सोने की तस्करी के लिए सरकारी प्रोटोकॉल का दुरुपयोग उच्चस्तरीय राजनीतिक समर्थन के बिना नहीं हो सकता।

राज्य के गृह मंत्री जी. परमेश्वर ने कहा कि जांच जारी है। जब तक जांच पूरी नहीं हो जाती, हम कुछ नहीं कह सकते। भाजपा सरकार ने रान्या राव से जुड़ी एक कंपनी को 12 एकड़ जमीन आवंटित की थी।