वाशिंगटन
भारत के विदेश सचिव विनय क्वात्रा ने भारत और अमेरिका के बीच व्यापक वैश्विक रणनीतिक साझेदारी को और मजबूत करने की दिशा में हुई प्रगति पर विस्तृत समीक्षा करने के लिए अमेरिकी रक्षा उप मंत्री कैथलीन हिक्स और कई अमेरिकी अधिकारियों से मुलाकात की।
इस दौरान क्वात्रा और हिक्स ने हिंद-प्रशांत क्षेत्र में स्थिरता और सुरक्षा को बढ़ावा देने के अपने साझा प्रयासों पर चर्चा की।
क्वात्रा इस सप्ताह अमेरिका में हैं, जहां वह अमेरिकी सरकार के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठकें करेंगे और रक्षा एवं प्रौद्योगिकी जैसे क्षेत्रों में द्विपक्षीय सहयोग बढ़ाने के लिए उद्योग जगत के प्रमुखों के साथ बातचीत करेंगे।
पेंटागन प्रवक्ता एरिक पैहोन ने कहा कि हिक्स और क्वात्रा ने अमेरिका-भारत रक्षा साझेदारी को मजबूत करने की प्राथमिकताओं पर चर्चा की, साथ ही दोनों ने अमेरिका-भारत रक्षा औद्योगिक सहयोग के अमल के तरीकों पर भी चर्चा की।
एक आधिकारिक बयान के अनुसार दोनों अधिकारियों ने स्वतंत्र और खुले हिंद-प्रशांत क्षेत्र के समर्थन में प्रमुख रक्षा साझेदारी में ऐतिहासिक तेजी को भी रेखांकित किया।
इसमें कहा गया है कि उन्होंने लड़ाकू जेट इंजन और बख्तरबंद वाहनों के सह-उत्पादन को आगे बढ़ाने के लिए दोनों देशों के प्रयासों की सराहना की। साथ ही अमेरिकी और भारतीय शोधकर्ताओं, उद्यमियों और निवेशकों के बीच नवाचार और साझेदारी को बढ़ावा देने में भारत-अमेरिका रक्षा त्वरण पारिस्थितिकी तंत्र (इंडस-एक्स) की निरंतर सफलता की सराहना की।
पैहोन ने कहा कि क्वात्रा और हिक्स ने हिंद-प्रशांत क्षेत्र में स्थिरता और सुरक्षा को बढ़ावा देने के साझा प्रयासों पर प्रकाश डाला साथ ही सभी क्षेत्रों में सहयोग को मजबूत करने के लिए अमेरिका-भारत सैन्य भागीदारी के दायरे के विस्तार के महत्व पर भी चर्चा की।
बयान में कहा गया है कि उन्होंने क्षेत्रीय सुरक्षा से जुड़े कई मुद्दों पर भी चर्चा की और क्षेत्र में चीन के आक्रामक बर्ताव के बीच स्वतंत्र एवं खुले हिंद-प्रशांत क्षेत्र के लिए निकटता से काम करने की प्रतिबद्धता जताई।
भारतीय दूतावास द्वारा जारी बयान में कहा गया, ''यह यात्रा दोनों देशों के बीच नियमित रूप से होने वाली उच्च स्तरीय बातचीत के क्रम में है और हमारी बढ़ती और भविष्योन्मुखी साझेदारी को आगे बढ़ाने का अवसर प्रदान करती है।''
बयान के अनुसार 10 से 12 अप्रैल की अपनी यात्रा के दौरान क्वात्रा ने भारत-अमेरिका व्यापक वैश्विक रणनीतिक साझेदारी को और मजबूत करने की दिशा में हुई प्रगति की विस्तृत समीक्षा की।
क्वात्रा ने प्रबंधन एवं संसाधन के लिए उप विदेश मंत्री रिचर्ड वर्मा, उप विदेश मंत्री कर्ट कैंपबेल तथा अन्य वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठकें कीं।
उन्होंने राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद, रक्षा विभाग और ऊर्जा मंत्रालय के प्रमुख अधिकारियों के साथ भी चर्चा की।
दूतावास ने कहा, ''इन चर्चाओं में भारत-अमेरिका संबंधों, बढ़ते रक्षा और वाणिज्यिक संबंधों, लचीली आपूर्ति श्रृंखला और समकालीन क्षेत्रीय विकास के संपूर्ण पहलुओं पर चर्चा हुई।''
यूएस-इंडियन बिजनेस काउंसिल ने 'एक्स' पर कहा था, ''यूएसआईबीसी को हमारे बोर्ड अध्यक्ष और एनएएसडीएक्यू के कार्यकारी उपाध्यक्ष एड नाइट के साथ विदेश सचिव विनय क्वात्रा की जलपान पर बैठक के लिए मेजबानी करने में प्रसन्नता हुई। दोनों ने निवेश बढ़ाने, नवाचार और प्रौद्योगिकी को बढ़ावा देने तथा हमारे देशों के बीच वाणिज्यिक संबंधों को मजबूत करने संबंधी चर्चा की।’
विदेश सचिव क्वात्रा ने अमेरिकी अधिकारियों से की मुलाकात, वैश्विक रणनीतिक साझेदारी की समीक्षा की
भारत के विदेश सचिव विनय क्वात्रा ने भारत और अमेरिका के बीच व्यापक वैश्विक रणनीतिक साझेदारी को और मजबूत करने की दिशा में हुई प्रगति पर अमेरिकी अधिकारियों के साथ विस्तृत समीक्षा की।
एक बयान में यह जानकारी दी गई।
क्वात्रा इस सप्ताह अमेरिका में हैं, जहां वह अमेरिकी सरकार के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठकें करेंगे और रक्षा तथा प्रौद्योगिकी जैसे क्षेत्रों में द्विपक्षीय सहयोग बढ़ाने के लिए उद्योग जगत के दिग्गजों के साथ बातचीत करेंगे।
विदेश सचिव वाशिंगटन की तीन दिवसीय आधिकारिक यात्रा पर थे और वह शुक्रवार को न्यूयॉर्क के लिए रवाना हो गए।
भारतीय दूतावास द्वारा जारी बयान में कहा गया, ''यह यात्रा दोनों देशों के बीच नियमित रूप से होने वाली उच्च स्तरीय बातचीत के क्रम में है और हमारी बढ़ती और भविष्योन्मुखी साझेदारी को आगे बढ़ाने का अवसर प्रदान करती है।''
बयान के अनुसार 10 से 12 अप्रैल की अपनी यात्रा के दौरान क्वात्रा ने भारत-अमेरिका व्यापक वैश्विक रणनीतिक साझेदारी को और मजबूत करने की दिशा में हुई प्रगति की विस्तृत समीक्षा की।
क्वात्रा ने प्रबंधन एवं संसाधन के लिए उप विदेश मंत्री रिचर्ड वर्मा, उप विदेश मंत्री कर्ट कैंपबेल तथा अन्य वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठकें कीं।
उन्होंने राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद, रक्षा मंत्रालय और ऊर्जा मंत्रालय के प्रमुख अधिकारियों के साथ भी चर्चा की।
दूतावास ने कहा, ''इन चर्चाओं में भारत-अमेरिका संबंधों, बढ़ते रक्षा और वाणिज्यिक संबंधों, लचीली आपूर्ति श्रृंखला और समकालीन क्षेत्रीय विकास के संपूर्ण पहलुओं पर चर्चा हुई।''
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