
रीवा
मऊगंज में एक शिक्षक ने छुट्टी लेने के लिए अनोखा तरीका अपनाया। उन्होंने एक जिंदा बच्चे को मरा हुआ बता दिया। शिक्षक हीरालाल पटेल ने स्कूल रजिस्टर में लिखा कि वह छात्र जितेंद्र कोरी के अंतिम संस्कार में जा रहे हैं। लेकिन जितेंद्र एकदम स्वस्थ था। इस झूठ का पता चलने पर बच्चे के पिता ने शिकायत की। कलेक्टर ने शिक्षक को निलंबित कर दिया है और जांच के आदेश दिए हैं।
छुट्टी के लिए स्टूडेंट को बता दिया मरा हुआ
मऊगंज जिले के नईगढ़ी इलाके में स्थित सरकारी प्राथमिक विद्यालय चिगिरका टोला में यह अजीबोगरीब वाकया हुआ। तीसरी कक्षा के छात्र जितेंद्र कोरी को शिक्षक हीरालाल पटेल ने मृत घोषित कर दिया। हीरालाल पटेल छुट्टी चाहते थे। इसलिए उन्होंने स्कूल रजिस्टर में लिखा, 'मैं हीरालाल पटेल प्राथमिक शिक्षक, छात्र जितेंद्र कोरी के निधन के कारण उसके अंतिम संस्कार में शामिल होने जा रहा हूं।'
परिजनों के उड़े होश
जब यह बात जितेंद्र के परिवार वालों को पता चली तो उनके होश उड़ गए। जितेंद्र तो बिल्कुल ठीक था। उसके पिता रामसरोज कोरी को शिक्षक की यह हरकत बिल्कुल रास नहीं आई। उन्होंने नईगढ़ी थाने में शिक्षक के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई। रामसरोज ने शिक्षक पर कड़ी कार्रवाई की मांग की।
कलेक्टर ने की कार्रवाई
मामला जिला कलेक्टर अजय श्रीवास्तव तक पहुंचा। कलेक्टर ने मामले की गंभीरता को समझते हुए तुरंत कार्रवाई की। उन्होंने शिक्षक हीरालाल पटेल को निलंबित कर दिया। साथ ही, मामले की जांच के आदेश भी दिए। डीपीसी सुदामा लाल गुप्ता को इस मामले की जांच की ज़िम्मेदारी सौंपी गई है। कलेक्टर अजय श्रीवास्तव ने शिक्षक की इस हरकत को बेहद गंभीर बताया। उन्होंने कहा कि एक जीवित बच्चे को मृत बताकर छुट्टी लेना सरकारी कामकाज के प्रति गैर-जिम्मेदाराना रवैया है। उन्होंने आश्वासन दिया कि शिक्षक के खिलाफ उचित कार्रवाई की जाएगी।
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