
नई दिल्ली
नया शैक्षणिक सेशन शुरू हो गया है, लेकिन अभी तक एनसीआरटी की किताबें यानी टेक्स्ट बुक छात्र-छात्राओं की पहुंच से दूर है। जहां अभी तक कक्षा 3 और 6 के लिए नई किताबें उपलब्ध नहीं हुई है, वहीं बाजार में अभी तक एनसीआरटी की किताबें भी नही आई है, जिस कारण छात्रों और अभिभावको को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। वहीं प्राईवेट स्कूल निजी पब्लिकेशनों की पुस्तकें लगा रहे हैं। जहां पहले से ही एनसीआरटी के मुकाबले निजी पब्लिकेशन की किताबें दो से तीन गुना महंगी आती है। वही इस वर्ष 5 से 10 प्रतिशत रेट बढ़ें हैं।
क्यों आई है किताबों की सप्लाई में कमी
लखनऊ भर के एनसीईआरटी किताबों की कमी से छात्र और उनके माता- पिता परेशान हैं। बता दें, यह कमी – बढ़ती मांग को पूरा करने के लिए अपर्याप्त आपूर्ति और नेशनल एजुकेशन पॉलिसी (NEP) के तहत नई किताबों की शुरूआत को लेकर भ्रम के कारण उत्पन्न हुई। इस परिस्थिति ने छात्रों और अभिभावकों दोनों को परेशानी में डाल दिया है। अकेले लखनऊ जिले में, लगभग 5 लाख छात्र (कक्षा 12वीं तक) 200 से अधिक सीबीएसई-एफिलेडेड स्कूलों में पढ़ते हैं। शहर के प्रमुख बुकस्टोर के मालिकों का कहना है कि, एनसीईआरटी के इनिशियल प्लान सभी ग्रेडों के लिए नई टेक्स्टबुक को इंट्रोड्यूस करना था। हालांकि, बाद की एक घोषणा में स्पष्ट किया गया कि कक्षा 6 से आगे की कक्षाओं में मौजूदा करिकुलम जारी रहेगा।
कक्षा 3 और 6 के छात्रों को नहीं मिली किताबें
दूसरी ओर एनसीईआरटी के प्रमुख चीफ दिनेश प्रसाद सकलानी ने कहा कि रिवाइज्ड सिलेबस के तहत कक्षा 3 और 6 के लिए नई टेक्स्टबुक क्रमशः अप्रैल और मई में उपलब्ध होंगी। यानी नए शैक्षणिक सेशन के शुरू होने के बाद अभी छात्रों को किताबें नहीं मिली है। बता दें, दोनों कक्षाओं के बच्चों विकास को ध्यान में रखते इन किताबों को अपडेट किया जाएगा, जिसके बाद छात्रों को प्रोवाइड की जाएगी।
टेंशन में हैं माता- पिता
छात्रों के माता पिता का कहना है, स्कूल की फीस जमा करने के बाद भी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। मेरे बेटे (कक्षा 6) और बेटी (कक्षा 9) ने 1 अप्रैल को कक्षाएं शुरू की थी, लेकिन अभी तक एनसीआरटी की किताबें उन्हें नहीं मिली है।
किताबों की आश में बैठे हैं माता- पिता
इस कमी ने छात्रों और अभिभावकों दोनों को असमंजस में डाल दिया है, क्योंकि वे बार-बार किताबों की दुकानों पर जाते हैं, लेकिन अगले सप्ताह उपलब्धता के वादे से निराश होकर लौटते हैं। एक पिता ने कहा, “मैं लगभग हर दूसरे दिन, मैं काम से वापस आते समय कक्षा 10वीं की किताबें खोजने के लिए किताबों की दुकानों पर जाता हूं, लेकिन जवाब वही है, किताबों की दुकान के मालिक फिजिकल कॉपी आने तक एनसीईआरटी वेबसाइट से मुफ्त ई-बुक डाउनलोड करने की सलाह देते हैं"
प्रतियोगी परीक्षा में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है एनसीआरटी की किताबें
एनसीईआरटी की किताबें UPSC जैसी कई प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए एनसीआरटी की किताबें महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं, क्योंकि ये किताबों सटीक और विश्वसनीय स्टडी मैटेरियल प्रदान करती हैं। कई प्रतियोगी परीक्षाओं का सिलेबस एनसीईआरटी किताबों के साथ मेल भी खाता है, ऐसे में बेसिक जानकारी के लिए प्रतियोगी परीक्षा में शामिल उम्मीदवारों को नसीईआरटी किताबें पढ़ने की सलाह दी जाती है।
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