अपनी पुश्तैनी किराने की दुकान पर मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने सामान बेचा

इंदौर
मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने धनतेरस के मौके पर अपनी पुश्तैनी किराने की दुकान पर ग्राहकों को सामान बेचा। इसका वीडियो भी सामने आया है, जिसमें विजयवर्गीय लोगों को किराने का सामान देते हुए नजर आ रहे हैं।
बयान भी सामने आया

मध्य प्रदेश के मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने कहा, 'यह हमारी पुश्तैनी दुकान है। मेरे पिता ने दूध, चायपत्ती, चीनी और गुड़ से यह दुकान शुरू की थी। धीरे-धीरे ग्राहकों की मांग बढ़ती गई और अब हमारी दुकान मशहूर है। मुझे यह कहते हुए गर्व हो रहा है कि हमारे ग्राहक अब तीसरी पीढ़ी के ग्राहक हैं।'
पहले भी रहे थे चर्चा में

इससे पहले कैलाश उस वक्त चर्चा में आए थे, जब उन्होंने तिरुपति प्रसाद विवाद पर बयान दिया था। उन्होंने कहा था कि तिरुपति के प्रसाद में एनिमल फैट और फिश ऑयल मिलाने वालों को मृत्यु दंड की सजा मिलनी चाहिए। कैलाश विजयवर्गीय ने मीडियाकर्मियों से बातचीत में कहा था कि कल जैसे ही मुझे इस बात का पता चला कि तिरुपति मंदिर के प्रसाद में एनिमल फैट और फिश ऑयल मिलाया जाता था, मैं कल रात का खाना नहीं खा पाया। क्योंकि मैं कई बार तिरुपति मंदिर गया हूं और वहां का प्रसाद भी मैंने खाया है। सनातन धर्म को चोट पहुंचाने की कोशिश की गई है। जो लोग इस प्रकार का खिलवाड़ कर रहे हैं उन्हें मृत्यु दंड देना चाहिए।

वहीं कैलाश विजयवर्गीय ने राहुल गांधी के बयानों से जुड़े सवाल पर कहा कि राहुल गांधी जी में अभी परिपक्वता नहीं है। वह एक संवैधानिक पद पर बैठे हैं, नेता प्रतिपक्ष हैं। इसलिए उनके द्वारा जो भी बयान दिया जाता है वो देश के नेता प्रतिपक्ष का बयान होता है। वो बिल्कुल गंभीर नहीं हैं, उन्होंने देश की प्रतिष्ठा को चोट पहुंचाई है। उन्होंने कहा कि यह अक्षम्य अपराध है। बता दें कि कैलाश विजयवर्गीय अपने बयानों की वजह से अक्सर चर्चा में रहते हैं।