नई दिल्ली
पहले ऐसा दिवाली-छठ में होता था। अब तो हर त्येाहार और गर्मी छुट्टी में होने लगा है। बिहार और पूर्वी उत्तर प्रदेश जाने वाली कुछ लोकप्रिय ट्रेनों में अपार भीड़ होती है। रेलवे के पास इससे निपटने के लिए कोई खास इंतजाम होता नहीं है। लेकिन दावा करने के लिए रेल अधिकारियों के पास लंबी-चौड़ी सूची होती है। अब जबकि दिवाली का त्योहार सर पर है तो इस बार भी उत्तर रेलवे ने इस तरह का बड़ा दावा कर दिया है।
बड़ी संख्या में लोग जाते हैं गांव
दीपावली और छठ जैसे बड़े त्योहार को देखते हुए बड़ी संख्या में लोग मूव करते है। दिल्ली-एनसीआर में रहने वाले लाखों व्यक्ति पूर्वी उत्तर प्रदेश और बिहार जाने की तैयारी में लग जाते हैं। इसका सबसे ज्यादा असर रेलवे स्टेशनों पर दिखता है, क्योकि वे रेलगाड़ी ही प्रीफर करते हैं। कुछ ने इसकी तैयारी महीनों पहले टिकट ले कर की है तो उन्हें जगह मिल जाती है। शेष को यूं ही बोरी की तरह ढुंस कर यात्रा करनी होती है।
रेलवे का क्या है दावा
इस बार उत्तर रेलवे का दावा है कि उसने इससे निपटने के लिए पूरी तैयारी की हुई है। उत्तर रेलवे के महाप्रबंधक अशोक कुमार ने बताया “उत्तर रेलवे इस बार छठ-दीवाली के लिए यात्रीगणों की सुविधा को लेकर पूरी तरह से तैयार है। प्रधानमंत्री और रेल मंत्री का इस पर विशेष ध्यान है कि सभी यात्रियों को सुरक्षित, सुविधाजनक और समय पर गंतव्य तक पहुंचाया जाए। इसके लिए, पिछले साल के अनुभव से सीख लेते हुए, नई दिल्ली और आनंद विहार रेलवे स्टेशनों पर हमने लगभग तीन गुना ज्यादा व्यवस्थाएं की हैं।”
स्टेशनों पर विशेष व्यवस्था
उन्होंने कहा, “इस बार यात्रियों की सुविधाओं को ध्यान में रखते हुए, हमने विशेष रूप से एक विशाल होल्डिंग एरिया बनाया है, जो 72,000 स्क्वायर फीट में फैला है। यह सुनिश्चित करेगा कि आरक्षित यात्रियों को अलग रखा जाए और प्लेटफॉर्म पर भीड़भाड़ और मिश्रण की समस्या न हो। होल्डिंग एरिया में आरक्षित यात्रियों को एक बैरिकेड के अंदर रखा जाएगा और उन्हें सीधे कोचों तक पहुंचाया जाएगा। इस तरह, सभी आरक्षित कोच एक जगह पर होंगे, जिससे प्लेटफॉर्म पर कोई अव्यवस्था नहीं होगी।”
ढेरों स्पेशल ट्रेन
उन्होंने आगे कहा, “पिछले साल हमने लगभग 135 विशेष ट्रेनें चलाई थीं, जबकि इस बार हमने 195 विशेष ट्रेनें पहले ही घोषित कर दी हैं और उनकी बुकिंग भी पूरी हो चुकी है। इसके अतिरिक्त, यदि हमें और ट्रेन चलाने की आवश्यकता पड़े, तो हमारे पास 18 लाख की क्षमता है, जिससे हम अतिरिक्त ट्रेनें चलाने के लिए तैयार हैं।“
और भी कदम
उन्होंने कहा, “पिछले साल की समस्याओं को ध्यान में रखते हुए, हमने विशेष कदम उठाए हैं ताकि यात्रियों को प्लेटफॉर्म पर भीड़भाड़ से बचाया जा सके। हम यह सुनिश्चित कर रहे हैं कि नई दिल्ली स्टेशन पर सारी प्रमुख ट्रेनें अब 16 नंबर प्लेटफॉर्म से संचालित होंगी, जहां प्लेटफॉर्म का आकार भी बढ़ा दिया गया है और इसे भीड़ नियंत्रित करने की क्षमता भी है। इस बार, प्लेटफॉर्म पर प्रवेश केवल 16 नंबर प्लेटफॉर्म से ही होगा, जिससे यात्रा के दौरान किसी भी तरह की अव्यवस्था नहीं होगी।”

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