अलवर.
साइबर फ्रॉड के मामले में दिल्ली पुलिस की ओर से अलवर के तूलेड़ा से गिरफ्तार कर ले गए एक युवक की वहां मौत हो गई। सोमवार की रात 11 बजे तक मृतक के परिजन व ग्रामीणों ने सदर थाने का घेराव किया। इसके बाद पुलिस अफसर पहुंचे। जिन्होंने ग्रामीणों से समझाइश कर बताया कि युवक को दिल्ली पुलिस ही लेकर गई थी। सदर पुलिस की इसमें कोई भूमिका नहीं है। मामला साइबर फ्रॉड का था और पुलिस ने इस युवक को जेल भी भेज दिया था, जहां युवक की मौत हो गई।
ASP प्रियंका ने बताया कि दिल्ली में द्वारका थाने की साइबर टीम अलवर आई थी। साइबर फ्रॉड के एक मामले में तूलेड़ा गांव निवासी टिंडू पुत्र भंवरदास को वह टीम लेकर गई थी। वहां तिहाड़ जेल में आरोपी युवक बंद था। जेल के अंदर ही युवक की मौत हुई है। अभी कारण सामने नहीं आए हैं, लेकिन इस मौत को लेकर गांव वालों और परिजनों में भारी गुस्सा है। हालांकि प्रारंभिक जानकारी में सुसाइड जैसी बात सामने आई थी। अर्थात युवक ने जेल में आत्महत्या कर ली थी। दूसरी तरफ मृतक के परिजन व ग्रामीणों ने रात को सदर थाने पर हंगामा कर दिया। कहा कि युवक पूरी तरफ स्वस्थ था। जो टाइल्स लगाने का काम करता था। वैसे जिस युवक को साइबर फ्रॉड में पकड़ा गया, उसके घरवालों के कहना है कि उसने ऐसा कुछ नहीं किया कि जो पुलिस उसे पकड़े और दिल्ली ले जाए। यदि ऐसा होता तो अलवर में भी इसके खिलाफ यहां मुकदमा दर्ज होता। घरवाले यह नहीं बता रहे कि इसके खिलाफ अलवर में भी कोई मुकदमा दर्ज था या नहीं। कुल मिलाकर गांव वालों और घरवालों ने सदर थाने को घेर लिया और उसका बड़ा कारण यह था कि दिल्ली पुलिस के साथ सदर पुलिस भी गांव में गई थी।
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