भरतपुर.
राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा दो दिवसीय दौरे पर भरतपुर पहुंचे हैं। दोपहर को झील का बाड़ा स्थित कैला देवी पहुंचे। जहां पत्नी गीता के साथ मां के दर्शन किए और प्रदेश की खुशहाली की कामना की। उसके बाद भरतपुर शहर पहुंचे। यहां मुख्यमंत्री ने बस में जनप्रतिनिधियों और अधिकारियों के साथ आरबीएम जिला अस्पताल के नए भवन के निर्माण कार्य का जायजा लेने पहुंचे।
कलेक्टर ने थ्री डी मॉडल के जरिए अस्पताल के नए भवन की संरचना की जानकारी दी और पूर्ण हो चुके निर्माण कार्य के बारे में विस्तार से बताया। इस दौरान अस्पताल के सभी तलों पर बनाए जाने वाले वार्डों और अनुभागों में दी जाने वाली सुविधाओं की जानकारी दी। मुख्यमंत्री ने निर्देशित किया कि नए अस्पताल के भवन निर्माण का कार्य गुणवत्ता के साथ समय पर पूर्ण कर इसे प्रारंभ किया जाए, जिससे कि जिलेवासियों को बेहतर चिकित्सा का लाभ पहुंचाया जा सके। उन्होंने भवन निर्माण पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए आवश्यक सुधार के निर्देश दिए। इस दौरान राजकीय आरबीएम चिकित्सकीय अस्पताल भरतपुर के मॉडल के माध्यम से जानकारी दी। शहर में सिटी फ्लड कंट्रोल ड्रेन सीएफसीडी के कार्यों के बारे में विस्तार से बताया। गिर्राज कैनाल आरएनएफसीएफडी भरतपुर के कार्यों, मास्टर ड्रेनेज परियोजना आदि की जानकारी दी। नई मंडी कुम्हेर गेट से हीरादास प्रस्तावित फ्लाईओवर एवं विकास कार्यों का स्थल का निरीक्षण किया। काली की बगीची से शास्त्री पार्क प्रस्तावित फ्लाईओवर एवं विकास कार्यों का स्थल निरीक्षण किया। एक्वेरियम और बायोलोजिकल पार्क, केवलादेव एवं शास्त्री पार्क के विकास कार्य तथा नवीन बस स्टैंड के विकास कार्यों का निरीक्षण करने के साथ ही अन्य विकास कार्यों का स्थल निरीक्षण किया। सीएम भजनलाल शर्मा ने कहा कि शुक्रवार को नवमी थी और इस उपलक्ष में झील का बड़ा केला देवी के दर्शन करने के लिए आया था। इस दिन देवी मां की पूजा अर्चना होती है। भरतपुर में काम की बहुत बड़ी आवश्यकता है। मैंने देखा है और बजट में जो काम मंजूर किए थे उन्हें कैसे आगे बढ़ाया गया है, अधिकारियों ने रोड मैप बनाया और सभी जनप्रतिनिधियों ने भी रोड मैप बनाया है। किस तरह से भरतपुर का विकास किया जा सके।

More Stories
अब्दुल्ला आज़म को सुप्रीम कोर्ट से बड़ा झटका, फर्जी दस्तावेज़ मामले में FIR जारी रहेगी
इंटरसिटी एक्सप्रेस में अचानक धुआं, यात्रियों में मची भगदड़!
भगवान बिरसा मुंडा की जयंती के अवसर पर विशेष संगोष्ठियों का हुआ आयोजन