अजमेर.
सचिन पायलट ने अजमेर सर्किट हाउस में मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि हरियाणा में उम्मीद से विपरीत परिणाम आए हैं। पिछले दस साल से हरियाणा सरकार से नाराज थे लोग। पायलट ने कहा कि हरियाणा में 9 साल बाद मुख्यमंत्री मनोहर लालजी खट्टर को भाजपा के केंद्र नेतृत्व ने हटाया। अगर 9 साल का कार्यकाल हरियाणा सरकार का बहुत अच्छा था तो मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर को मुख्यमंत्री के पद से हटाने की जरूरत नहीं थी।
पायलट ने कहा कि वहां पर सरकार में असंतोष था, इसलिए मुख्यमंत्री खट्टर को हटाया गया और वहां के लोगों में सरकार को लेकर असंतोष था। कांग्रेस ने एकजुट होकर वहां चुनाव लड़ा, मगर वहां कांग्रेस के अनुरूप परिणाम नहीं आए। वहीं, कांग्रेसी नेता राहुल गांधी जी ने कहा कि परिणाम को लेकर समीक्षा करेंगे, जहां कमी रही वहां पर और कांग्रेसी कार्यकर्ता काम करेंगे। हरियाणा विधानसभा चुनाव को लेकर सचिन पायलट ने कहा कि जीतने अनुमान, उम्मीद, सारे सर्वे और फीडबैक जिस दिशा में थे वैसे परिणाम नहीं आए।
कुछ घंटे बाद रुझान अलग तरीके के थे
हरियाणा सहित पूरे देश में सभी जानते थे कि कांग्रेस वहां अच्छे बहुमत से सरकार बनाने वाली है। विधानसभा चुनाव के परिणाम को लेकर शुरुआत में रुझान कांग्रेस के पक्ष में थे। कुछ घंटे बाद रुझान अलग तरीके के थे। वहीं परिणाम में भाजपा को बढ़त मिली है। इस सिलसिले में अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के पदाधिकारीयों ने निर्वाचन आयोग में मतदान प्रक्रिया शिकायत हेतु ज्ञापन दिए हैं। कांग्रेसियों की शिकायत पर निर्वाचन विभाग निष्पक्ष जांच करेगा। जम्मू-कश्मीर में जो गठबंधन को स्पष्ट बहुमत मिला है वहां पर भी अड़चनें लगाई गईं, लेकिन लोगों समझदारी करी और सरकार बनाई।
सरकार को जनता के काम करने चाहिए
राजस्थान को लेकर कहां की ऐसा पहली बार देखा है कि किसी सरकार ने अपना इकबाल इतनी जल्दी 10-माह में खो दिया सरकार पूरी तरह से फेल साबित हुई है यहां पर खाद बीज पानी बिजली सड़क व शिक्षा जैसे मुद्दे पर बात करनी चाहिए इन लाडू जलेबी में कुछ नहीं रखा यह सब मीडिया में ध्यान आकर्षित करने के लिए है। नेता आते जाते हैं, लेकिन जनता परमानेंट होती है जिले का निर्णय सरकार को करना है। जो भी निर्णय सरकार ले जनता के हित में लेना चाहिए। पिछली सरकार ने जो भी काम किए उसको बेहतर नहीं कर सकते तो उसे बंद नहीं करना चाहिए। सरकार को अपना हित साधने के बजाय जनता के काम करने चाहिए।
हरियाणा चुनाव परिणाम का राजस्थान में कोई असर नहीं होगा
उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र और झारखंड में सीट शेयरिंग फाइनल हो चुका है। भाजपा वन नेशन वन इलेक्शन की बात करती है, लेकिन चार राज्यों में चुनाव एक साथ चुनाव, चुनाव आयोग करा सके ऐसा माहौल नहीं बना पा रहे। यह तो कहते कुछ और करते कुछ और हैं, लोगो को का ध्यान भटकाने के लिए करते हैं। पायलट ने राजस्थान उपचुनाव पर कहा कि कांग्रेस पहले से तैयारी कर चुकी है और एकजुट होकर चुनाव लड़ेंगे। सभी सीटों पर कांग्रेस अपनी जीत दर्ज करेगी। जब कांग्रेस जनता में जाएगी तो जनता उसे वोट देगी। उन्होंने कहा कि हरियाणा चुनाव परिणाम का राजस्थान में कोई असर नहीं होगा। अलग प्रदेश है यहां के मुद्दे अलग हैं।
More Stories
राजस्थान-झुंझुनूं में राज्य सरकार की पहली वर्षगांठ के कार्यक्रम में पहुंचे सामाजिक न्याय मंत्री भाकर, मुख्यमंत्री से किया संवाद
दिल्ली कूच करने पर अड़े किसानों पर हरियाणा पुलिस ने एक बार फिर कार्रवाई शुरू कर दी, पुलिस ने छोड़े आंसू गैस के गोले
राजस्थान-भरतपुर में सूबेदार सोनदर सिंह का रिटायर से पहले हार्ट अटैक से निधन, 10 साल के बेटे ने दी मुखाग्नि