योगी सरकार वर्ष 2026 में प्रदेशवासियों को देगी दस बड़ी सौगात

उम्मीदें-2026

पांचवीं ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी से धरातल पर उतरेगा निवेश, जीआईएस से व्यापक निवेश होगा आकर्षित

लखनऊ
वर्ष 2026 प्रदेशवासियों के लिए नई उम्मीदों का वर्ष साबित होगी। योगी सरकार वर्ष 2026 में प्रदेशवासियों को दस बड़ी सौगात देने वाली है, जो उनके जीवन को सरल, सुगम और आर्थिक रूप से सशक्त बनाएगी। योगी सरकार वर्ष 2026 में प्रदेश के युवाओं को डेढ़ लाख सरकारी नौकरी, आर्थिक विकास को गति देने के लिए गंगा एक्सप्रेसवे, पांचवीं ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी और ग्लोबल इंवेस्टर्स समिट समेत 10 बड़ी सौगात देगी। यह सभी सौगात पाइप लाइन में हैं, जो वर्ष 2026 में धरातल पर उतरेंगी। यह दस सौगातें इस प्रकार हैं…

1. प्रदेश के युवाओं को मिलेगी डेढ़ लाख सरकारी नौकरी की सौगात  
योगी वर्ष 2026 में पुलिस और शिक्षा विभाग में करीब 50-50 हजार पदों पर भर्ती का विज्ञापन जारी करेगी। इसके साथ ही राजस्व में 20 हजार पदों पर भर्ती करेगी जबकि कारागार, आवास विकास, बाल विकास पुष्टाहार, स्वास्थ्य विभाग में खाली पदों पर भी भर्ती करेगी। अलग अलग विभागों में भर्ती प्रक्रिया की विज्ञापन जाती करने के काम अंतिम चरण में है। वर्ष 2026 में पुलिस विभाग की ओर से करीब 50 हजार पदों पर भर्ती का विज्ञापन जारी किया जाएगा। इसको लेकर अंतिम तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। वर्ष 2026 में पुलिस विभाग द्वारा 30 हजार आरक्षी, 5 हजार सब इंस्पेक्टर के पदों पर भर्ती की जाएगी। इसके अलावा विभाग में 15 हजार विभिन्न पदों पर भी भर्ती की जाएगी। वहीं, शिक्षा विभाग के आधिकारिक सूत्रों से पता चला है कि शिक्षा विभाग में भी करीब 50 हजार पदों पर भर्ती की जाएगी। यह भर्ती सहायक अध्यापक से लेकर  प्रधानाचार्य आदि पदों पर होगी। इसी तरह राजस्व विभाग में 20 हजार पदों पर भर्ती होगी, जिसमें सबसे ज्यादा लेखपालों के पदों पर भर्ती की जाएगी। इसके साथ ही स्वास्थ्य, आवास विकास, कारागार, बाल विकास पुष्टाहार समेत विभिन्न विभागों में 30 हजार पदों पर भर्ती की जाएगी। अलग अलग आधिकारिक सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक कुल नई भर्तियां करीब डेढ़ लाख से ज्यादा होंगी। इसमें से 

2. नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट बनेगा देश का जेवर
दिल्ली से सटे जेवर में जल्द ही भारत के सबसे बड़े इंटरनेशनल एयरपोर्ट नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट का शुभारंभ प्रस्तावित है। 3300 एकड़ में 7000 करोड़ की लागत से निर्मित इस एयरपोर्ट की शुरुआत एक रनवे के साथ होगी, जबकि भविष्य में इसमें 5 रनवे क्रियाशील किए जा सकेंगे। यह एयरपोर्ट प्रतिवर्ष एक करोड़ यात्रियों की क्षमता का होगा, जबकि औसतन प्रतिदिन यहां से 150 उड़ानें संचालित हो सकेंगी। 
 3. आर्थिक विकास को नई गति देगा गंगा एक्सप्रेसवे  
भारत के सबसे ज्यादा आबादी वाले राज्य उत्तर प्रदेश में 2026 में बुनियादी ढांचे के विकास में एक नया अध्याय जुड़ जाएगा, जब राज्य की अब तक की सबसे लंबी और महत्वाकांक्षी सड़क परियोजना गंगा एक्सप्रेसवे का शुभारंभ होगा। यह एक्सप्रेसवे न केवल यात्रा के समय को कम करेगा, बल्कि यह राज्य के आर्थिक विकास को भी एक नई गति प्रदान करेगा। गंगा एक्सप्रेसवे लगभग 594 किलोमीटर लंबा है, जो पश्चिमी उत्तर प्रदेश के मेरठ को पूर्वी उत्तर प्रदेश के प्रयागराज से जोड़ेगा। यह एक्सप्रेसवे यूपी के 12 जिलों और 518 गांवों से होकर गुजरेगा। इसका निर्माण 36,230 करोड़ रुपये की लागत से किया गया है। इस परियोजना की आधारशिला दिसंबर 2021 में रखी गई थी। 

4. पांचवीं ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी से धरातल पर उतरेगा निवेश  
दुनिया भर के निवेशकों के लिए उत्तर प्रदेश की धरती को ड्रीम डेस्टिनेशन बनाने के बाद अब योगी सरकार का लक्ष्य निवेश को धरातल पर उतारने का है। इसी के अंतर्गत 2026 की शुरुआत में ही योगी सरकार अपनी पांचवीं ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी (जीबीसी) कराने की तैयारी में हैं। इसके माध्यम से ₹5 लाख करोड़ से अधिक की निवेश परियोजनाओं को धरातल पर उतारा जाएगा। योगी सरकार ने अपने दोनों कार्यकाल में अब तक चार ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी के माध्यम से 15 लाख करोड़ से अधिक की औद्योगिक परियोजनाएं धरातल पर उतारी हैं तथा 60 लाख से अधिक युवाओं को नौकरी एवं रोजगार की गारंटी प्रदान की है।

5. जीआईएस से व्यापक निवेश होगा आकर्षित 
जीबीसी के अतिरिक्त, 2026 में योगी सरकार एक और ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट कराने पर भी विचार कर रही है। 2023 में आयोजित जीआईएस में 35 लाख करोड़ से अधिक के निवेश प्रस्तावों को देखते हुए 2026 में यह आयोजन और अधिक भव्य हो सकता है। इसके लिए औद्योगिक विकास विभाग और इन्वेस्ट यूपी ने व्यापक कार्ययोजना बनाई है। जीआईएस में अधिक से अधिक निवेशकों को आकर्षित करने के लिए पिछली बार की तरह इस बार भी देश के प्रमुख राज्यों के साथ ही कई बड़े देशों में रोड शो आयोजित किए जाएंगे। 

6. निवेश मित्र 3.0 देगा ईज ऑफ डूइंग बिजनेस को रफ्तार 
ईज ऑफ डूइंग बिजनेस को रफ्तार देने की दिशा में एक महत्वपूर्ण  पहल के रूप में प्रदेश के प्रमुख ऑनलाइन सिंगल विंडो क्लियरेंस सिस्टम का अगला संस्करण निवेश मित्र 3.0 वर्ष 2026 में सबके सामने होगा। इसमें कई तरह के नवाचारों को जोड़ा जाएगा, ताकि यह और अधिक निवेशक हितैषी हो सके।

7. आयुष अस्पतालों में होगी 53 प्रकार की छोटी-मोटी सर्जरी 
योगी सरकार सरकारी अस्पतालों में मरीजों को गुणवत्तापूर्ण इलाज उपलब्ध कराने के लिए लगातार बड़े कदम उठा रही है। इसी क्रम में प्रदेश के मरीजों को आयुष अस्पतालों में सर्जरी की सुविधा वर्ष 2026 में देने जा रही है। 

8. कोडिनयुक्त कफ सिरप और एनडीपीएस श्रेणी की दवाओं की कालाबाजारी रोकने को बनेंगे सख्त नियम 
योगी सरकार कोडिनयुक्त कफ सिरप और एनडीपीएस श्रेणी की दवाओं की कालाबाजारी को रोकने के लिए सख्त नियम बनाएगी। इसके लिए एफएसडीए मुख्यालय ने शासन को प्रस्ताव भेजा है। इन दवाओं के थोक प्रतिष्ठानों की जिया टैगिंग जरूरी होगी। प्रतिष्ठानों की भंडारण क्षमता से लेकर खरीद बिक्री के पूरे विवरण की फोटो और वीडियो भी रखना होगा। इसके साथ ही थोक प्रतिष्ठानों के टेक्निकल पर्सन के अनुभव प्रमाण का ड्रग इंस्पेक्टर को सत्यापन करना होगा। 

9. साइबर ठगी रोकने को काॅल सेंटर की क्षमता होगी दोगुनी 
योगी सरकार प्रदेश में बढ़ती साइबर ठगी और अपराध पर लगाम लगाने के लिए बेहद गंभीर है। इसी के तहत योगी सरकार वर्ष 2026 में साइबर अपराध और ठगी को रोकने के लिए कॉल सेंटर की क्षमता में दोगुनी वृद्धि करेगी। वर्तमान में डायल 112 में तीन शिफ्ट में 20-20 का स्टाफ कॉल सेंटर में रहता है। इसी तरह लखनऊ डीसीपी साउथ ऑफिस के फस्र्ट फ्लोर पर तीन शिफ्ट में 30-30 का स्टाफ कॉल सेंटर में रहता है। इसी क्षमता को बढ़ाकर दोगुना किया जाएगा। 

10. कानपुर लखनऊ एक्सप्रेस वे का काम फरवरी में हो जाएगा पूरा  
कानुपर लखनऊ एक्सप्रेस वे का काम फरवरी में पूरा हो जाएगा। ये एक्सप्रेस वे 63 किलोमीटर लंबा है, जो करीब 47 सौ करोड़ की लागत से बन रहा है। इसके शुरू होने लखनऊ एयरपोर्ट से कानपुर पहुंचने में सिर्फ 40 मिनट लगेंगे जबकि वर्तमान में लखनऊ से कानपुर पहुंचने में दो से तीन घंटे का समय लगता है।