इंदौर
देश में लगातार आठ बार स्वच्छता में नंबर वन रहने के बाद इंदौर अब ग्रीन एनर्जी और इलेक्ट्रिक मोबिलिटी को बढ़ावा देने की दिशा में तेजी से आगे बढ़ रहा है। प्रदूषण कम करने के प्रयासों के तहत शहर में इलेक्ट्रिक वाहनों की संख्या लगातार बढ़ रही है। इसी कड़ी में विजय नगर क्षेत्र में 200 केवीए सार्वजनिक फास्ट ईवी चार्जिंग स्टेशन का उद्घाटन किया गया है। इस चार्जिंग स्टेशन पर लगे सुपर चार्जर से इलेक्ट्रिक कारें 45 मिनट से एक घंटे के भीतर चार्ज हो सकेंगी, जिससे यात्रियों के समय की बचत होगी और लंबी दूरी की यात्रा भी आसान बनेगी।
शहर में ईवी और चार्जिंग स्टेशन की स्थिति
शहर में वर्तमान में 41 पब्लिक चार्जिंग स्टेशन संचालित हैं
47 नए चार्जिंग स्टेशन पीपीपी (सार्वजनिक–निजी भागीदारी) माडल पर तैयार किए जा रहे हैं
लोक परिवहन में 120 इलेक्ट्रिक बसें संचालित की जा रही हैं
इंदौर में इलेक्ट्रिक वाहनों की संख्या
कुल ईवी वाहन : 68,649
दोपहिया : 44,947
कार : 4,220
ई-रिक्शा (पैसेंजर व कार्गो): 14,639
थ्री व्हीलर : 4,345
ई-बस : 186
डीसी फास्ट चार्जिंग स्टेशन क्या है
अटल इंदौर सिटी ट्रांसपोर्ट सर्विसेज लिमिटेड और रोडग्रिड-विनफास्ट इंडिया द्वारा शुरू किया गया यह डीसी फास्ट चार्जिंग सिस्टम इलेक्ट्रिक वाहनों को चार्ज करने का सबसे तेज तरीका है। इसमें वाहन के आंतरिक एसी-टू-डीसी कनवर्टर को बायपास कर बैटरी को सीधे डायरेक्ट करंट (डीसी) सप्लाई दी जाती है। यह तकनीक लंबी यात्राओं और बड़े वाहनों के लिए अधिक उपयोगी मानी जाती है, हालांकि यह सामान्य चार्जिंग की तुलना में महंगी होती है और बैटरी पर अधिक दबाव डालती है।
चार्जर क्षमता और चार्जिंग समय
120 केवी सुपर चार्जर
ई-बस और कार 45 मिनट से 1 घंटे में चार्ज
शुल्क : 20 रुपए प्रति यूनिट + जीएसटी
60 केवी चार्जर
कार 45 मिनट से 1 घंटे में चार्ज
शुल्क : 18–20 रुपए प्रति यूनिट + जीएसटी
22 केवी चार्जर
2 से 3 घंटे में चार्ज
शुल्क : 15 रुपए प्रति यूनिट + जीएसटी
7.4 केवी चार्जर
करीब 6 घंटे में चार्ज
शुल्क : 15 रुपए प्रति यूनिट + जीएसटी
चार्जिंग स्टेशन पर न करें ये 5 गलतियां
हर बार फास्ट चार्जिंग करना
गलती : छोटी दूरी या रोजमर्रा के इस्तेमाल के बावजूद बार-बार फास्ट चार्जर लगाना।
नुकसान : फास्ट चार्जिंग से बैटरी जल्दी गर्म होती है, जिससे उसकी लाइफ कम होती है।
सही तरीका : रोजमर्रा में नार्मल चार्ज, फास्ट चार्जिंग सिर्फ जरूरी होने पर
100% चार्ज करके देर तक प्लग लगे रहने देना
गलती : चार्ज पूरी होने के बाद भी गाड़ी को चार्जिंग स्टेशन पर लगाए रखना।
नुकसान : ओवरचार्जिंग से बैटरी पर अनावश्यक दबाव पड़ता है।
सही तरीका : 80–90% चार्ज पर प्लग हटाएं।
गर्म बैटरी को तुरंत चार्ज करना
गलती : लंबी ड्राइव या धूप में खड़ी गाड़ी को तुरंत चार्ज पर लगा देना।
नुकसान : गर्म बैटरी को चार्ज करने से उसकी क्षमता घटती है।
सही तरीका : 10-15 मिनट बैटरी ठंडी होने दें, फिर चार्ज शुरू करें।
गलत केबल या ढीला कनेक्शन
गलती : अनअप्रूव्ड केबल या ठीक से लाक न हुआ चार्जर इस्तेमाल करना।
नुकसान : वोल्टेज के उतार-चढ़ाव से सेल डैमेज हो सकता है।
सही तरीका : कंपनी-अप्रूव्ड केबल, चार्ज शुरू होने से पहले कनेक्शन जांचें।
चार्जिंग स्टेशन पर बारिश या नमी
गलती : गीले हाथों से प्लग लगाना या पानी भरे स्थान पर चार्जिंग।
नुकसान : शार्ट सर्किट और इलेक्ट्रानिक्स फेल होने का खतरा।
सही तरीका : सूखी जगह में चार्जिंग, बारिश में अतिरिक्त सावधानी।

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