
पटना
बिहार में साल के अंत में होने जा रहे विधानसभा चुनाव की तैयारी जोरों शोरों से चल रही है। इसी कड़ी में भारतीय जनता पार्टी ने अपने चुनावी अभियान को मजबूत करने के लिए नया फॉर्मूला तैयार किया है। बीजेपी इस चुनाव में ट्रिपल M फैक्टर यानी मोदी, मंदिर और महिलाएं पर फोकस कर रही है। ट्रिपल एम फैक्ट को ध्यान में रखते हुए बिहार सरकार ने महिलाओं को लेकर कई योजनाएं पेश की है। माना जा रहा है कि बीजेपी के इस फामूले से विरोधी पार्टियों को कड़ी चुनौती मिल सकती है।
पीएम मोदी ढाई महीनों में करेंगे 10 से ज्यादा दौरा
बीजेपी के इस फॉर्मूले का पहला स्तंभ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हैं, जो चुनावी बिगुल बजाने खुद मैदान में उतर चुके हैं। मोदी 15 जुलाई से 15 सितंबर तक बिहार के सभी 9 प्रमंडलों में रैलियां करेंगे। बीते कुछ महीनों में भी मोदी ने मधुबनी, बिक्रमगंज और सिवान में जनसभाएं कर माहौल बनाना शुरू कर दिया है। अगले ढाई महीनों में 10 से ज्यादा बार पीएम मोदी बिहार का दौरा कर वोटरों को साधने की कोशिश करेंगे।
मंदिर राजनीति से हिंदू वोट साधने की तैयारी
MMM फैक्टर का दूसरा बड़ा स्तंभ ‘मंदिर’ है। बीजेपी और जेडीयू ने सीतामढ़ी में माता सीता के भव्य मंदिर के निर्माण का ऐलान कर हिंदू मतदाताओं को साधने का प्रयास किया है। बीते दिनों मुख्यमंत्री नीतीश कुमार मंदिर का डिजाइन भी सावर्जनिक किया था। वहीं, गृहमंत्री अमित शाह कई सभाओं में इस मंदिर का जिक्र कर चुके है। हिंदू वोटरों को लुभाने के लिए मंदिर कार्ड पेश किया गया है।
महिला वोट बैंक पर फोकस
बीजेपी अपने ट्रिपल एम फार्मूले के तहत बिहार में महिलाओं को लुभाने की कोशिश में जुटी हुई है। प्रदेश में महिलाओं का एक बड़ा बैंक है, जिसको साधन के लिए बीजेपी और जेडीयू रणनीति बना रही है। बीते कुछ दिनों से बिहार सरकार महिलाओं को लेकर कई प्रकार की योजनाओं का ऐलान किया है। इसमें पेंशन योजना भी शामिल है। हाल ही में सीएम नीतीश कुमार ने विधवा और वृद्धा पेंशन को 400 रुपये से बढ़ाकर 1100 रुपये कर दिया है।
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