राजस्थान में भीषण सड़क हासदे में 9 लोगों की मौत, बागरी समाज के है सभी युवक

जयपुर
राजस्थान में भीषण सड़क हासदे में 9 लोगों की मौत हो गई है। झालावाड़-अकलेरा के पचोला में यह हादसा हुआ है। ट्रोले ने वैन को टक्कर मार दी। इसकी वजह से यह हादसा हुआ है। पुलिस मौके पर पहुंची है। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार बेकाबू ट्रोले की चपेट में वैन आ गई। वैन सवार 9 युवकों की मौत हो गई। हादसे में वैन के परखच्चे उड़ गए। बताया जा है कि एमपी से शादी समारोह से सभी युवक लौट रहे थे। पुलिस ने ट्रोला चालक को किया राउंड अप किया है। पुलिस मामले की जांच कर रही है। जानकारी के अनुसार सभी लोग वैन में सवार होकर मध्यप्रदेश से अपने घर डुगरगांव लौट रहे थे। इसी दौरान पचोला के समीप एक बेकाबू ट्रॉले ने वैन को टक्कर मार दी।अकलेरा थाना प्रभारी संदीप बिश्नोई ने बताया कि अकलेरा के समीप डूंगर गांव के बागरी समाज के लोग शनिवार को अपने रिश्तेदार के शादी समारोह में मध्य प्रदेश गए थे।

मध्यप्रदेश से अपने घर डुगरगांव लौट रहे थे
जानकारी के अनुसार सभी लोग वैन में सवार होकर मध्यप्रदेश से अपने घर डुगरगांव लौट रहे थे। इसी दौरान पचोला के समीप एक बेकाबू ट्रॉले ने वैन को टक्कर मार दी।अकलेरा थाना प्रभारी संदीप बिश्नोई ने बताया कि अकलेरा के समीप डूंगर गांव के बागरी समाज के लोग शनिवार को अपने रिश्तेदार के शादी समारोह में मध्य प्रदेश गए थे। इसी दौरान बारात में से लाटते समय उनकी वैन तेज रफ्तार ट्रोले की चपेट में आ गई। उन्होंने कहा कि हादसे में 9 लोगों की मौत हुई है। फिलहाल पुलिस ने मृतकों के शव को अकलेरा के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में रखवाया है। थाना प्रभारी ने बताया कि सभी लोग बागरी समाज के हैं। फिलहाल पुलिस हादसे के कारण जानने में लगी है। उन्होंने कहा कि हादसे की सूचना परिजनों को दे दी गई है। परिजनों की शिकायत के बाद ही आगे की कार्रवाई की जाएगी।

बागरी समाज के है सभी युवक
बताया जा रहा है कि गाड़ी में बैठे बागरी समाज के 9 युवकों की मौत हुई है। सूचना मिलते ही ASP चिरंजीलाल मीणा भी मौके पर पहुंचे। पुलिस ने ट्रोला चालक को  राउंडअप किया कर लिया है। पूछताछ जारी है।  उल्लेखनीय है कि राजस्थान में लगातार सड़क हादसे बढ़ रहे है। परिवहन एवं सड़क सुरक्षा विभाग ख़ानापूर्ति कर रहा है। देर रात झालावाड़ के अकलेरा में भीषण सड़क हादसा हुआ। इस हादसे में 9 लोगों की जान गई। झालावाड़ में अवैध वाहनों का संचालन बहुत अधिक है, लेकिन ऐसे वाहनों पर कार्रवाई नहीं कर रही है। वहीं मुख्यालय के अधिकारी भी सिर्फ़ और सिर्फ़ राजस्व लक्ष्य जुटाने में व्यस्त है। सड़क सुरक्षा के नाम पर प्रदेश में सिर्फ ख़ानापूर्ति हो रही है।