
चंडीगढ़
पंजाब में एक विवादास्पद मामले के बाद डीएसपी गुरशेर संधू और समर वनीत सहित कुल 7 पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया गया है। इन पुलिसकर्मियों पर जेल में बंद कुख्यात गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई का साक्षात्कार लेने का आरोप है।
पंजाब सरकार और पुलिस विभाग ने इस मामले को गंभीरता से लिया है और तुरंत कार्रवाई करते हुए संबंधित अधिकारियों को निलंबित कर दिया गया है। इस घटना ने जेल प्रबंधन और सुरक्षा व्यवस्थाओं पर भी सवाल खड़े कर दिए हैं। वहीं, गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई के नाम कई आपराधिक मामले जुड़े हुए हैं।
पहले इंटरव्यू में मूसेवाला के कत्ल की जिम्मेदारी ली लॉरेंस का पहला इंटरव्यू 14 मार्च 2023 को ब्रॉडकास्ट हुआ था। इसमें लॉरेंस ने सिद्धू मूसेवाला का कत्ल करवाने की बात कबूली थी। लॉरेंस का कहना था कि मूसेवाला सिंगिंग के बजाय गैंगवार में घुस रहा था। उसके कॉलेज फ्रेंड अकाली नेता विक्की मिड्डूखेड़ा के कत्ल में भी मूसेवाला का हाथ था, इसलिए उसे मरवाया। SIT रिपोर्ट के मुताबिक ये वही इंटरव्यू है, जो उसने CIA की कस्टडी से दिया।
दूसरे इंटरव्यू में बैरक से कॉल करने का दिया सबूत लॉरेंस ने अपने दूसरे इंटरव्यू में जेल के अंदर से इंटरव्यू देने का सबूत भी दिया था। उसने अपनी बैरक भी दिखाई और बताया कि उसे बाहर नहीं जाने दिया जाता, लेकिन मोबाइल भी उसके पास आ जाता है और सिग्नल भी। लॉरेंस ने अपने इंटरव्यू में कहा कि रात के समय जेल के गार्ड बहुत कम आते-जाते हैं, इसीलिए वह रात को कॉल कर लेता है।
लॉरेंस ने मोबाइल के अंदर आने के बारे में भी जानकारी दी थी। लॉरेंस के अनुसार मोबाइल बाहर से जेल के अंदर फेंके जाते हैं। कई बार जेल स्टाफ उन्हें पकड़ भी लेता है, लेकिन अधिकतर बार मोबाइल उस तक पहुंच जाता है।
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